दर्दनाक हादसा: गोबिंद सागर झील में डूबने से पंजाब के सात युवकों की मौत

जोगिन्दर नगर।। ऊना जिले में सोमवार को एक बड़ा हादसा हुआ है। सावन के महीने में मंदिरों में दर्शन करने के लिए पंजाब से आए सात युवकों की गोबिंद सागर झील में डूबने से मौत हो गई है। ये सभी झील में नहाने के लिए उतरे थे और तैरना नहीं जानते थे। झील की गहराई का अंदाजा न होने के कारण अचानक एक युवक डूबने लगा तो अन्य ने चेन बनाकर बचाने की कोशिश की। लेकिन देखते ही देखते सभी झील में डूब गए।

गोताखोरों ने झील से सातों के शव निकाल लिए हैं। ये सभी मोहाली जिला के बनूड़ के रहने वाले थे।

हादसे में दो परिवारों ने अपने दो-दो बेटे खोए हैं जबकि चार आपस में चाचा-भतीजा लगते थे। यह हादसा सोमवार को दोपहर बाद करीब 3:45 बजे जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर बंगाणा उपमंडल के कोलका में हुआ है। बताया जा रहा है कि चार बाइकों में सवार होकर 11 युवक यहां पहुंचे थे। ऊना के पीरनिगाह के बाद कोलका स्थित बाबा गरीबनाथ मंदिर में माथा टेकने के बाद सभी को बाबा बालक नाथ मंदिर और वहां से नयना देवी होते हुए वापस जाना था।

इसी बीच गरीबनाथ मंदिर से सटी झील में सात युवा नहाने के लिए उतर गए। दो युवक गुरप्रीत और रमन कुमार बाहर बैठकर इन्हें देखने लगे। अन्य दो युवक सोनू और कृष्ण लाल थोड़ी दूर खड़ी बोट के पास सेल्फी लेने लगे। नहाने उतरे युवकों में से एक अचानक डूबने लगा। इसे बचाने के लिए अन्य युवक चेन बनाने की कोशिश करने लगे। संतुलन न बनने की वजह से बारी-बारी सभी युवक डूबने लगे। यह देख किनारे बैठे गुरप्रीत और रमन कुमार चिल्लाने लगे। चीख पुकार सुनकर सोनू और कृष्ण लाल भी दौड़कर किनारे पर पहुंच गए। दोस्तों को डूबता देख कृष्ण लाल भावुक हो गया और वह भी झील में कूद पड़ा। थोड़ी ही देर में कृष्ण लाल भी झील में डूबने लगा लेकिन सोनू ने उसे बचा लिया।

मुख्यमंत्री ने जताया दुख
शिमला। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

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