जोगिन्दरनगर : हमारा हिमाचल मिली जुली -संस्कृति का परिचायक है.कोई भी तीज त्यौहार यहाँ बिना खान -पान और स्पेशल डिश के अधूरा सा प्रतीत होता है. jogindernagar.com द्वारा हिमाचल की संस्कृति को जिन्दा रखने का एक प्रयास भर है ताकि आने वाली पीढियां भी हमारी संस्कृति से रूबरू हो सके. एक ऐसा ही प्रयास लड भड़ोल क्षेत्र के रोपडू गाँव के सुदेश कुमार ने किया है. सुदेश कुमार ने अरबी (कचालू ) के पत्तों से बनने वाले पतरोड़े बनाने की विधि यू ट्यूब में शेयर की है जिसे काफी लोगों द्वारा पसंद किया जा रहा है. एक बार पतरोड़े बनाने की यह विधि ज़रूर देखें और अपनी थाली में परोस कर जायका लें.
आप भी समझें विधि
सुदेश कुमार ने परिवार के साथ बात -बात में यू ट्यूब में वीडियो के द्वारा बहुत ही आसान तरीके से शुरू से अंत तक पतरोड़े बनाने की विधि शेयर की है. इस वीडियो के तहत आप भी घर बैठे हिमाचली डिश बना सकते हैं तो देर किस बात की तैयार हो जाइये इस डिश को बनाने के लिए. देखें वीडियो
अपने ही गाँव में बनाई है वीडियो
सुदेश कुमार का कहना है कि उन्होंनें यह वीडियो अपने गाँव रोपडू में बने है. सुदेश भलरिया द्वारा बनाई गई इस वीडियो में ड्रोन के माध्यम से भी शूट की गई है.बरसात के मौसम में लडभड़ोल क्षेत्र के ऊपर मंडराते बादल तथा धुंध के नजारे को और भी शानदार बना रहे हैं.
डिश को करना चाहते हैं प्रसिद्ध
सुदेश का कहना है कि वे इस हिमाचली डिश को जन जन तक पहुँचाना चाहते हैं ताकि हर व्यक्ति इस डिश का लुत्फ़ उठा सके. वे चाहते हैं कि यह हिमाचली डिश जग प्रसिद्ध हो जाए. कई लोग इस वीडियो को यू ट्यूब पर देख चुके हैं.
प्रयास को सलाम
@jogindernagar.com सुदेश कुमार के प्रयास को सलाम करता है जिन्होंनें इस हिमाचली डिश को वीडियो के माध्यम से जन जन तक पहुँचाने में पहल की है ताकि भौतिकिता के इस युग में केवल होटल तक ही सिमित होने वाली हमारी आने वाली पीढियां भी कम से कम इस डिश को याद रखें ताकि हमारी संस्कृति भी कायम रह सके.
ये हैं सुदेश के शौक
@jogindernagar.com के रिपोर्टर से बातचीत में सुदेश ने बताया कि उन्हें घूमने फिरने का शौक है तथा हिमाचली संस्कृति से बेहद लगाव है जिसे वे जिन्दा रखना चाहते हैं. उनका शौक ऐसे वीडियो बनाने का है जो हमारी संस्कृति को लोगों से रूबरू करवा सके.
त्यौहार भी मनाया जाता है
पतरोड़े का त्यौहार हिमाचल में बड़े ही चाव से मनाया जाता है. श्रावण मास की सक्रांति पर सुडाणु/चिडाणु, भाद्रपद की सक्रांति पर पतरोड़ू और आश्विन मास की सक्रांति पर सायर उत्सव बरसात के दिनों में मनाए जाने वाले प्रमुख उत्सव हैं। इस दिन सभी लोग यह विशेष डिश तैयार करते हैं और बड़े ही चाव के साथ खाते हैं.
क्या होता है पतरोड़ू का त्यौहार
अगर आप भी इस त्यौहार के बारे अधिक जानना चाहते हैं तो नीचे दी गई विस्तृत जानकारी को पढ़ें अवश्य ही आप को पसंद आएगी. आपका सहयोग हमेशा हमारा मार्गदर्शन करता रहेगा.