जोगिन्दरनगर :स्वास्थ्य जागरूकता और सामाजिक सहयोग के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज करते हुए जोगिन्दरनगर उपमण्डल की दो पंचायतों चलाहरग और जलपेहड़ को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। इस अवसर पर उपमण्डलाधिकारी (ना) जोगिंदर नगर मनीश चौधरी द्वारा दोनों पंचायतों को पुरस्कृत किया गया।

चलाहरग पंचायत को पहली बार टीबी मुक्त होने पर कांस्य पदक जबकि जलपेहड़ पंचायत को लगातार दूसरी बारे टीबी मुक्त होने पर सिल्वर पदक प्रदान किया गया। इस सम्मान समारोह के दौरान खण्ड चिकित्सा अधिकारी पधर (बीएमओ) डॉ. संजय गुप्ता विशेष रूप से उपस्थित रहे।
एसडीएम ने अपने संबोधन में टीबी मुक्त हुई पंचायतों को बधाई दी और कहा कि टीबी के खिलाफ यह लड़ाई तब ही सफल हो सकती है जब समाज का प्रत्येक वर्ग एकजुट होकर प्रयास करे।
उन्होंने “निक्षय मित्र” योजना की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और सभी पंचायत प्रतिनिधियों व समाजसेवियों से इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया।
उन्होंने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अधिक से अधिक टेस्टिंग सुनिश्चित करने हेतु गांव-गांव में एक्स-रे मशीनें पहुंचाई जा रही हैं। जिन व्यक्तियों में टीबी के लक्षण पाए जाते हैं, उन्हें सीबी-नाट टेस्ट के लिए स्थानीय सिविल अस्पताल भेजा जाता है और यदि रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो तुरन्त इलाज शुरू किया जाता है।
उन्होंने पंचायतों से अपील की कि वे अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक लोगों की जांच करवाएं ताकि जल्द से जल्द पंचायतों को टीबी मुक्त बनाया जा सके।
इस अवसर पर बीएमओ डॉ. संजय गुप्ता ने जानकारी दी कि वर्ष 2025 में खण्ड चिकित्सा अधिकारी पधर के अंतर्गत आने वाली जोगिंदर नगर की 16 पंचायतों में अब तक 33 क्षय रोग से ग्रसित मरीजों का इलाज चल रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहले पंचायतों को तम्बाकू मुक्त करने की दिशा में भी कार्यशाला का आयोजन किया गया है।
उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे अपने गांव, स्कूल और पंचायत को तम्बाकू मुक्त बनाएं। सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों को पूरा करने वाली पंचायतों को तम्बाकू मुक्त घोषित किया जाएगा तथा उन्हें 5 लाख रुपये की राशि भी प्रदान की जाएगी।
इस दौरान टीबी चैंपियन प्रवीना देवी ने भी अपने अनुभवों को सभी के साथ साझा किया।
इस कार्यशाला के दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के साथ विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।