जोगिन्दरनगर : उपमंडल के अंतर्गंत विकास खंड चौंतड़ा की ग्राम पंचायत मैण भरोला और ग्राम पंचायत टिकरू का एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को एसडीएम जोगिन्दरनगर से मिला।

एसडीएम के माध्यम से उपायुक्त मंडी को एक मांगपत्र भेजकर जिला परिषद मंडी के निर्वाचन क्षेत्रों की प्रस्तावित परिसीमन सूची पर आपत्ति जताते हुए दोनों पंचायतों को दलेड वार्ड की बजाय ढेलू वार्ड में शामिल करने की मांग की।
विकास खंड चौंतड़ा की ग्राम पंचायत मैण भरोला और ग्राम पंचायत टिकरू के एक प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम जोगिन्दरनगर के माध्यम से उपायुक्त मंडी को एक मांगपत्र भेजा।
प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि उपायुक्त मंडी द्वारा जारी जिला परिषद मंडी के निर्वाचन क्षेत्रों की प्रस्तावित परिसीमन सूची में ग्राम पंचायत मैन भरोला और ग्राम पंचायत टिकरू को नेरघरवासड़ा जिला परिषद वार्ड से हटाकर दलेड जिला परिषद वार्ड में शामिल किया गया है, जो कि तर्क संगत नहीं है।
प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि इन दोनों पंचायतों को दलेड़ जिला परिषद वार्ड के बजाय ढेलू जिला परिषद वार्ड में शामिल किया जाए।
ग्राम पंचायत मैण भरोला के उपप्रधान संजय जम्वाल ने कहा कि प्रस्तावित परिसीमन सूची में इन पंचायतों को नेरघरवासड़ा वार्ड से हटाकर दलेड जिला परिषद वार्ड में शामिल किया गया है, जो भौगोलिक, सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से अनुचित है।
उन्होंने कहा कि मैन भरोला और टिकरू पंचायतें भौगोलिक रूप से ढेलू वार्ड के अधिक समीप हैं और वर्षों से उनका सामाजिक व प्रशासनिक संबंध भी इसी क्षेत्र से रहा है।
ढेलू जिला परिषद वार्ड दोनों पंचायत क्षेत्रों के साथ सटा हुआ वार्ड है। जिस जिला परिषद वार्ड में मैन भरोला पंचायत को जोड़ा जा रहा है उस क्षेत्र के साथ कभी भी राजनैतिक और सामाजिक नाता नहीं रहा है।
दलेड वार्ड में शामिल होने से पंचायत के हितों के मद्देनजर हमेशा चिंताएं बनी रहेंगी और राजनीतिक तौर पर भी क्षेत्र के लोग हाशिए पर चले जाएंगे।
उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि यदि यह बदलाव लागू हुआ तो न केवल हमारी पंचायतों की समस्याएं अनसुनी रह जाएंगी, बल्कि विकास कार्यों में भी भेदभाव की आशंका बढ़ जाएगी।
ऐसे में क्षेत्र के लोग हाशिए पर चले जाएंगे और विकास की गति भी बाधित होगी।