वर्ल्ड रिकार्ड एवं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोक कलाकार डा. जोगेंद्र हाब्बी ने कहा कि 76वें गणतंत दिवस समारोह में कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक परेड में आसरा संस्था पझौता सिरमौर के कलाकार जिला सिरमौर के हाटी जनजातीय क्षेत्र के सिंहटू नृत्य की झलक प्रस्तुत करेंगे।
संस्कृति मंत्रालय के सौजन्य से संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डा. संध्या पुरेचा ने परेड के लिए कोरियोग्राफ किए जा रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम में पूरे भारत के लगभग सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के पांच हजार से अधिक कलाकार एक तालस्वर में विभिन्न प्रकार के लोक एवं जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति देंगे।
इस विशाल प्रदर्शन को संस्कृति मंत्रालय द्वारा 24 जनवरी को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में भी दर्ज करवाया जाएगा।
गणतंत्र दिवस पर मुख्यातिथि इंडोनेशिया गणराज्य के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, भारत के प्रधानमंत्री व अन्य विशिष्ट अतिथियों के समक्ष अन्य नृत्यों के साथ मुख्य मंच के समक्ष सिंहटू के मुख्य आकर्षण शेर को भी प्रदर्शित किया जाएगा तथा रीछ, राल, बणमानुश, पंछी आदि के मुखोटों को अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा।
प्रदेश की कुल्लवी, सिराजी व सिरमौरी नाटी के लगभग 200 हिमाचली कलाकार भी सांस्कृतिक परेड का हिस्सा बनकर प्रदेश की संस्कृति को प्रदर्शित करेंगे।
पद्मश्री विद्यानंद सरैक व डा. जोगेंद्र हाब्बी ने बताया कि आज सिंहटू नृत्य न केवल प्रदेश में, बल्कि राज्य से बाहर भी दर्शकों का विशेष आकर्षण बन चुका है।
इससे पूर्व भी दर्जनों बार यह नृत्य महामहिम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया जा चुका है।