आज देश अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस शुभ अवसर पर आप सभी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार शाम को पद्म पुरस्कारों घोषणा कर दी गई। इनमें हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के सोमदत्त बट्टू को इस बार का पद्मश्री पुरस्कार दिया है। वह कला के क्षेत्र में अतुलनीय काम के लिए नवाजे गए हैं।
इस बार पांच पद्म विभूषण, 17 पद्मभूषण और 110 पद्मश्री सहित कुल 132 पद्म पुरस्कार दिए गए हैं। इस बार राष्ट्र ने ऐसे 34 गुमनाम नायकों को सम्मानित किया है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में अतुलनीय कार्य किया है।
इनमें पहली महिला महावत पार्वती बरुआ का नाम शामिल हैं। पार्वती ने रूढि़वादिता से उबरने के लिए 14 साल की उम्र में जंगली हाथियों को वश में करना शुरू किया था। उन्हें सामाजिक कार्य (पशु कल्याण) के क्षेत्र में पद्म श्री के लिए चुना गया है।
इसके अलावा जागेश्वर यादव (आदिवासी कार्यकर्ता),
चामी मुर्मू (जनजातीय पर्यावरणविद् एवं महिला सशक्तिकरण),
गुरविंदर सिंह (सामाजिक कार्य, हरियाणा) सत्यनारायण बेलेरी, जिन्होंने 650 से अधिक पारंपरिक चावल किस्मों को संरक्षित किया के साथ
दुखू माझी (सामाजिक कार्य, पश्चिम बंगाल) को सामाजिक कार्य (पर्यावरण वनीकरण) के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा।
इसके अलावा के चेल्लम्मल, संगथंकिमा (सामाजिक कार्य, मिजोरम) को भी पद्मश्री दिया जाएगा।
इसके अलावा हेमचंद मांझी, यांग जमोहलेंगो इत्यादि को भी पद्मश्री पुरस्कार दिया गया है।