हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहुल-स्पीति में पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम पारा शून्य से करीब आठ डिग्री तक नीचे लुढ़क गया है, जिस कारण पूरे जिले में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। शनिवार को मौसम के करवट बदलते ही रोहतांग समेत कुंजम, बारालाचा और कुगती दर्रे में हल्का हिमपात हुआ।
देश व दुनिया के सैलानियों की पहली पसंद रहने वाले रोहतांग दर्रे में दो इंच हिमपात हुआ। शनिवार को रोहतांग गए पर्यटक भाग्यशाली रहे। रोहतांग में बर्फ के फाहे देख पर्यटक झूम उठे।
पर्यटन नगरी मनाली के साथ लाहुल के सिस्सु और कोकसर में हिमपात होने से पर्यटन कारोबार बढऩे की उम्मीद जगी है। हालांकि अभी पर्यटकों की संख्या कम है, लेकिन न्यू ईयर व क्रिसमस के दौरान सैलानियों का सैलाब उमडऩे की उम्मीद है।
मढ़ी के ढाबा संचालक सुंदर ठाकुर, कोकसर के ढाबा संचालक सोनम, रतन और टशी ने बताया कि शनिवार को रोहतांग दर्रा में हल्का हिमपात हुआ। हिमपात से पर्यटन कारोबार को गति मिलेगी।
हालांकि किसान और बागबान घाटी में बर्फबारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे है। किसानों का कहना है कि दिसंबर और जनवरी में गिरने वाली बर्फ ठोस ग्लेशियर में तबदील होता है, जो पूरे इलाके के लिए पानी का स्थायी स्रोत बनता है।
उधर, एसपी मयंक चौधरी ने बताया कि लाहौल के पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की आवाजाही मौसम पर निर्भर रहेगी। फोटो ग्राफर यूनियन के अध्यक्ष दुर्गा दत्त ने बताया कि शनिवार को दर्रे में आसमान से बर्फ के फाहे गिरते देख पर्यटक झूम उठे।
उन्होंने बताया कि पर्यटकों ने इन लम्हों को कैमरे में कैद किया। पर्यटन से जुड़े कारोबारी भी काफी खुश है कि बर्फबारी होने से उनके कारोबार भी पंख लगेंगे।