दीपों का पर्व दिवाली हिंदुओं का सुप्रसिद्ध त्योहार है तथा इस पर्व को लेकर इस बार लोग असमंजस में हैं। कुछ ज्योतिषाचार्य 31 अक्तूबर को दिवाली का पर्व बता रहे हैं तो कुछ पहली नवंबर को दिवाली पर्व बता रहे हैं।
ज्योतिष क्षेत्र में अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल कर चुके जवाली के ज्योतिषी पंडित विपन शर्मा ने बताया कि दिवाली का पर्व 31 अक्तूबर को मनाया जाएगा।
31 अक्तूबर को दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर अमावस्या तिथि शुरू हो रही है और पहली नवंबर को शाम 06 बजकर 16 मिनट पर समाप्त हो रही है।
उन्होंने बताया कि इस साल दिवाली पर शश, बुधादित्य के साथ-साथ आयुष्मान राजयोग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में कुछ राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है।
इन राशियों की चमकेगी किस्मत
1. मेष राशि: इस राशि के जातकों के लिए दिवाली काफी खास होने वाली है। इस राशि के जातकों को हर क्षेत्र में सफलता के साथ-साथ धन लाभ हो सकता है।
इस राशि के जातकों के ऊपर शनिदेव के साथ-साथ सूर्य और बुध की विशेष कृपा होगी, जिससे इनके जीवन में कई तरह की खुशियों का आगमन हो सकता है।
परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। इसके साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन हो सकता है। निवेश करने की सोच रहे है, तो कर दें। भविष्य में आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
करियर में बेहतरीन अवसर मिल सकते हैं। रुके काम एक बार फिर से शुरू हो सकते हैं। बौद्धिक क्षमता के बल पर आप हर आप कोई बड़ी डील साइन कर सकते हैं। इसके साथ ही सट्टेबाजी और लॉटरी के माध्यम से भी अच्छा धन लाभ हो सकता है।
2.बृषभ राशि: इस राशि के जातकों के लिए बुधादित्य और शश राजयोग काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। आपको हर कार्य में सफलता हासिल हो सकती है।
करियर की बात करें, तो आपके द्वारा की गई मेहनत का अब अच्छा फल मिल सकता है। ऐसे में आपको पदोन्नति के साथ-साथ अच्छा इंसेंटिव मिल सकता है। व्यापार के क्षेत्र में भी आपको काफी लाभ मिल सकता है।
आप अपनी क्षमताओं के बल से कई प्रोजेक्ट या ऑर्डर पा सकते हैं। आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। इसके साथ ही कमाई के नए जरिए खुलेंगे। पार्टनर के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। स्वास्थ्य में भी काफी लाभ मिलने के आसार नजर आ रहे हैं।
3. मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों को भी हर क्षेत्र में सफलता के साथ-साथ खूब धन लाभ हो सकता है। अध्यात्म की ओर आपका झुकाव अधिक हो सकता है। ऐसे में आप किसी धार्मिक कार्यों पर हिस्सा ले सकते हैं।
इसके साथ ही संतान की ओर से भी कोई अच्छी खबर मिल सकती है। संतान के विकास से आप खुश नजर आ सकते है। नौकरी के कई नए अवसर मिल सकते हैं। जिसके चलते आप संतुष्ट नजर आ सकते हैं।
व्यापार के क्षेत्र में भी आपको अच्छा खासा लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। इसके साथ ही स्टॉक के माध्यम से आप खूब धन लाभ कमा सकते है। आपके द्वारा की जा रही कड़ी मेहनत और समर्पण से आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। स्वास्थ्य शानदार रहने वाला है।
लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त:
लक्ष्मीपूजा का शुभ मुहूर्त शाम 05 बजकर 36 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 16 मिनट तक है। इसके अलावा शाम 06 बजकर 27 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 32 मिनट तक दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त है।
दिवाली के दिन निशिता काल में भी पूजा की जाती है। इस दिन रात 11 बजकर 39 मिनट से लेकर 12 बजकर 31 मिनट तक निशिता काल पूजा का शुभ मुहूर्त बन रहा है।
दिवाली पूजा विधि:
दिवाली के दिन शाम के समय लक्ष्मी पूजन करना शुभ माना जाता है। लक्ष्मी पूजन के लिए ईशान कोण या उत्तर दिशा सबसे शुभ मानी जाती है।
इस दिन पूजा घर की साफ-सफाई करने के बाद सबसे पहले वहां स्वास्तिक बनाएं। उसके बाद एक कटोरी में चावल रखें। फिर लकड़ी को चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं और उसपर माता लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करें।
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि माता लक्ष्मी के साथ गणेश जी और कुबेर जी की तस्वीर भी होनी चाहिए। अब इन देवी-देवताओं पर गंगाजल छिड़के।
उसके बाद माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर जी को पुष्प, धूप, दीप, अक्षत और दक्षिणा अर्पित करें। फिर तिलक लगाएं और भोग चढ़ाएं। आखिर में आरती करें और उसके बाद पूरे घर और मुख्य द्वार पर दीपक जलाकर रखें।