जोगिन्दरनगर: यहाँ के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चतुर्भुजा मंदिर में ऋषिपंचमी (Rishi Panchami, Naag Panchami) का उत्सव धूमधाम से मनाया गया. इस उत्सव को नागपंचमी के रूप में भी जाना जाता है.मन्दिर में श्रद्धालुओं की सुबह से ही भीड़ जुटना शुरू हो गई थी. इस अवसर पर सैंकड़ों भक्तों ने मन्दिर में माथा टेका व आशीर्वाद लिया.
गौर हो कि घोघर धार में देवताओं और डायनों के बीच जो युद्ध होता है उसका परिणाम माता के किसी भक्त द्वारा हर वर्ष यहाँ ऋषिपंचमी के दिन सुनाया जाता है. इस युद्ध में डायनें आदमियों पर दांव लगाती हैं जिनके नाम भी आज के ही दिन बताये जाते हैं. नामों की सूची मन्दिर व एसडीएम दफ्तर जोगिंदरनगर में लोगों की सुविधा के लिए लगा दी जाएगी. इस बार महिला भक्त ने सुबह साढ़े नौ बजे खेलना शुरू किया और दिन के बारह बजे तक दांव में लगे सभी नामों की घोषणा कर दी गई. इस मौके पर भक्तों ने भजन कीर्तन के द्वारा मां की महिमा का गुणगान किया.
इस बार के युद्ध में देवताओं की जीत हुई है जिससे जानमाल की सुरक्षा व सुख समृद्धि होगी वहीं डायनों की हार फसलों पर भारी पड़ेगी. इस उत्सव के अवसर पर बसाही निवासी गोविन्द राम द्वारा माता के भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया.
उक्त जानकारी मन्दिर समिति के सदस्य कांशी राम व ह्यून निवासी जगत राम ने दी.