हिमाचल प्रदेश में अपनी तरह की पहली दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. पिछले कई दिनों से लापता फारेस्ट गार्ड होशियार सिंह की पेड़ से उल्टी लटकी हुई लाश मिली है. शक वन-माफिया पर जताया गया है. गार्ड के रिश्तेदारों के अनुसार पिछले दिनों मृतक ने एक लकड़ी की गाड़ी की गाड़ी पकड़ी थी. यदि यह सच हुआ तो इसे हिमाचल में ‘जंगलराज’ की शुरुआत माना जा सकता है.
दिल दहला देने वाली इस वारदात ने पूरे हिमाचल प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। हिमाचल के मंडी जिले के वन मंडल करसोग के सेरी कतांडा बीट में यह वारदात हुई। छह महीने पूर्व फॉरेस्ट गार्ड पद पर भर्ती हुए महज 24 साल के होशियार सिंह निवासी झरोठी गांव पंचायत तुंगाधार की इस बीट पर 16 मार्च को तैनाती हुई थी। वह सोमवार से लापता था।
शुक्रवार सुबह एक चरवाहा जंगल में भेड़ बकरियां चरवाने गया था तो उसने गरजुन के पास एक बैग पड़ा देखा। जब उसने बैग खोला तो उसमें वन विभाग का कुछ सामान पाया। वहां से कुछ दूरी पर उसने पेड़ पर लटकी हुई कमीज देखी जिसके साथ ही पेड़ से लटका एक शव भी दिखाई दिया। शव को पेड़ पर लटका देखकर उसने उसने बेटे को सूचित किया जिसके बाद सूचना वन विभाग के अधिकारियों और पुलिस तक पहुंचाई गई।
पुलिस का दल एएसआई भौम प्रकाश और थाना प्रभारी अश्वनी कुमार शर्मा की अगुवाई में घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। पोस्टमार्टम के लिए शव मंडी अस्पताल भेज दिया गया है।
मृतक के रिश्तेदारों ने बताया कि पिछले दिनों फॉरेस्ट गार्ड ने एक लकड़ी से भरी एक गाड़ी पकड़ी थी। यह घटना उसी के बाद सामने आई है। ऐसे हालात में हत्या की वजह वन माफिया ही प्रतीत हो रहा है।
पुलिस ने मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को सेरी कतांडा बीट का वन रक्षक होशियार सिंह निवासी झरोठी गांव पंचायत तुंगाधार अचानक गायब हो गया था। करसोग पुलिस ने बुधवार को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की। पुलिस की टीम ने गार्ड को ढूंढने के लिए जंगलों का चप्पा चप्पा छान मारा, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।
मां बाप नहीं थे, दादी ने पाल पोस कर बड़ा किया था
24 वर्षीय होशियार सिंह पढ़ाई में तेज होने के साथ एक बेहतर एथलीट भी था। जन्म देते ही उसकी मां मौत हो गई थी। 10 वर्ष बाद उसके पिता चल बसे। उसकी दादी ने ही पाल पोस कर बड़ा किया। अपनी लगन और मेहनत से उसने फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती में अपनी जगह बनाई। परिजनों का कहना है कि होशियार सिंह काफी निडर और ईमानदार था।
उसके चाचा परस राम ने वन माफिया पर हत्या का संदेह जताया है। एएएसपी कुलभूषण शर्मा का कहना है कि प्रथम दृष्टया हत्या का मामला लग रहा है। पुलिस हत्या के आधार पर ही जांच कर रही है। एफएसएल की रिपोर्ट आने के बाद तस्वीर साफ होगी। डीएसपी संजीव भाटिया ने कहा कि पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच कर रही है। पोस्टमार्टम के लिए शव मंडी अस्पताल भेज जा रहा है।
वन विभाग के पीसीसीएफ (हॉफ) एसएस नेगी का कहना है कि दुखद घटना की जानकारी मिलते ही एफआईआर दर्ज करा दी गई है। पुलिस के आला अफसरों से बात कर उच्च स्तरीय विशेष जांच कराने की व्यवस्था की जाएगी। वन विभाग की ओर से हर जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।