जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर के करीब गलू नामक स्थान में शुक्रवार से गलू की जातर के नाम से प्रसिद्ध तीन दिवसीय गलू मेला धूमधाम से शुरू हो गया। चौहार घाटी के पहाड़ी वजीर के नाम से प्रसिद्ध देव श्री पशाकोट के आगमन के साथ ही मेले का आगाज़ हो गया।
गलू के पास शुुरू हो रहे गलू देवता मेले में इस बार भी पशु बलि पर प्रतिबंध रहा तथा नारियल बलि के साथ मेले का आगाज़ हुआ।
मेला समिति की अध्यक्ष और हारगुनैण पंचायत की प्रधान कला देवी ने बताया कि प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेशों की पालना करते हुए तीन दिवसीय गलू देवता मेले का शुभारंभ नारियल बलि से किया गया।
पूर्व विधायक सुरेन्द्र पाल ठाकुर ने गलू मेले का शुभारम्भ किया तथा जय मां दुर्गा कॉलेज के प्रबंध निदेशक डॉ राकेश धरवाल द्वारा किया जाएगा।
मेले की सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचल के लोक गायक दीपक जनदेवा, रमेश ठाकुर और जोनी ठाकुर दर्शकों का मनोरंजन करेंगे।
हिमाचल की पारंपरिक संस्कृति के आधार पर महिलाओं के कार्यक्रम भी होंगे। वहीं रस्साकशी, कुर्सी दौड़ के अलावा कुश्ती प्रतियोगिता भी होगी।
तीन दिवसीय मेले के लिए कारोबारियों को सस्ते दामों पर दुकानें आबंटित कर दी गई हैं। छोटे बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले भी लगाए हैं।
हारगुनैण पंचायत के उपप्रधान सन्नी बिष्ठ ने बताया कि स्थानीय कलाकारों को भी मेले में बुलाया गया है।
शुक्रवार को शुरू हो रहे मेले का समापन 23 अप्रैल को जय मां दुर्गा कॉलेज के प्रबंध निदेशक डॉ राकेश धरवाल द्वारा किया जाएगा।
उन्होंने मेले के सफल आयोजन के लिए आम जनता से सहयोग मांगा है।