जिला कांगड़ा के बड़ा भंगाल क्षेत्र में एक भेड़ पालक की मौत हो गई है और कई लापता बताए जा रहे हैं। रोहतांग दर्रे में बर्फबारी से मार्ग बंद हो जाने से सैंकड़ों वाहनों को सड़क बहाली का इंतजार है। हालांकि मनाली की ओर रोहतांग दर्रे में बर्फ न के बराबर है लेकिन लाहौल की ओर रोहतांग दर्रे में अढ़ाई से 3 फुट तक बर्फ पड़ी है। मनाली की ओर से फोर वाई फोर वाहन रोहतांग तक पहुंच रहे हैं जबकि कोकसर की ओर से सड़क राक्षी ढांक तक बहाल कर ली गई है। मात्र 10 किलोमीटर सड़क कहीं बहाल करने को शेष रह गई है। बी.आर.ओ. की मानें तो 2 दिनों के भीतर लाहौल को कुल्लू से जोड़ दिया जाएगा।
ग्रांफु से चंद्रताल तक फंसे 150 वाहन
रोहतांग दर्रे से कोकसर तक ही 100 से अधिक बड़े व छोटे वाहन फंसे हुए हैं। ग्रांफू से चंद्रताल तक भी 150 से अधिक वाहन फंस गए हैं। कोकसर, सिसु, गोंधला, दालंग, केलांग, जिस्पा, दारचा, पटसेउ, जिंगजिंगबार, भरतपुर सिटी व बारालाचा दर्रे सहित सरचू में सैंकड़ों वाहन फंसे हुए हैं। ये सभी वाहन रोहतांग दर्रे की बहाली का इंतजार कर रहे हैं। बी.आर.ओ. ने बारालाचा तक सड़क बहाल कर ली है, लेकिन फिर से शुरू हुई बर्फबारी ने बी.आर.ओ. की चुनौती को बढ़ाया है। वाहन चालक शिवा, दीपक और दोरजे ने बताया कि रोहतांग दर्रे में सैंकड़ों वाहन फंसे हुए हैं।
लाहौल की तरफ लगे हैं बर्फ के ढेर
रोहतांग में मनाली की तरफ बर्फ कम है लेकिन लाहौल की ओर बर्फ के ढेर लगे हुए हैं। वाहन चालकों ने कहा कि बी.आर.ओ. सही ढंग से युद्धस्तर पर मार्ग बहाली करता है तो मात्र 10 किलोमीटर शेष रही सड़क को 2 दिनों में बहाल किया जा सकता है। वहीं कमांडर बी.आर.ओ. कर्नल ए.के. अवस्थी का कहना है कि बी.आर.ओ. युद्धस्तर पर रोहतांग बहाली में जुटा हुआ है। मात्र 10 किलोमीटर रोहतांग बहाली शेष है। मौसम ने साथ दिया तो 2 दिन के भीतर रोहतांग दर्रे सहित सभी मार्गों को बहाल कर लिया जाएगा।
वामतट मार्ग नहीं हुआ बहाल
उधर, नैशनल हाईवे सहित वामतट मार्ग छठे दिन भी बहाल नहीं हुआ है। नैशनल हाईवे के रांगडी में छोटे वाहनों के लिए सड़क बहाल तो कर दी है लेकिन दलदल से दिक्कतें बरकरार हैं। क्लाथ में भी सड़क को तैयार नहीं किया जा सका है। हालांकि पतलीकूहल पुल वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। पतलीकूहल क्षेत्र छोटे वाहनों द्वारा कुल्लू से जुड़ा हुआ है लेकिन डोभी पुल के क्षतिग्रस्त होने से पुल बड़े वाहनों के लिए अभी बहाल नहीं हो पाया है। वामतट मार्ग में भी अलेउ, नग्गर और सेऊबाग में दर्जनों बड़े वाहन फंसे हुए हैं।