बारिश -बर्फबारी से शीतलहर की चपेट में छोटी काशी

मंडी : जिला मंडी में पिछले दिनों से हुई लगातार बारिश और बर्फबारी के बाद मंडी जिला का पारा शून्य से नीचे चला गया है। मंगलवार को दिन भर और रात को हुई बारिश व बर्फबारी ने पूरे जिला को प्रचंड शीत लहर की चपेट में ले लिया है। जिला भर के ऊंचे क्षेत्रों में मंगलवार को दिन में और फिर उसके बाद रात को भारी हिमपात हुआ है। बुधवार को भी दिनभर बारिश होती रही. हालात यह है कि बुधवार को मंडी जिला में जहां 150 से अधिक सड़कें बंद पड़ गई हैं, जबकि साढे़ पांच सौ से अधिक गांवों की बत्ती गुल है। यही नहीं सैकड़ों गांवों की पेयजल आपूर्ति भी ठप हो गई है। वहीँ वीरवार को दिनभर धूप खिलने से मौसम सुहाना हो गया.इसके साथ ही बंद पड़ी सड़कों यातायात बहाल करने के लिए कार्य शुरू हो चुका है.

बुधवार को दिनभर हुई बारिश

बुधवार को भी बारिश के साथ बर्फबारी होती रही, जिसकी वजह से पूरी सराजघाटी, करसोग उपमंडल, सुंदरनगर का रोहांडा व निहरी क्षेत्र, द्रंग विधानसभा की चौहारघाटी और अन्य क्षेत्रों में बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मैदानी क्षेत्रों में भी प्रचंड शीतलहर के चलते लोग अपने घरों में दुबक गए हैं।

150 से अधिक सडकें बंद

हालात यह है कि बुधवार को मंडी जिला में जहां 150 से अधिक सड़कें बंद पड़ गई हैं, जबकि साढे़ पांच सौ से अधिक गांवों की बत्ती गुल है। यही नहीं सैकड़ों गांवों की पेयजल आपूर्ति भी ठप हो गई है। सराज घाटी के ज्यादातर गांवों का सड़क संपर्क कट गया है। इसी तरह मंडी से करसोग सड़क संपर्क भी बंद पड़ा हुआ है। तो बरोट का भी सड़क संपर्क बंद पड़ गया है।

सराज घाटी में 48 सड़कें बंद

सराज घाटी की 48 मुख्य सड़कों के साथ दर्जनों संपर्क मार्ग भी बंद पडे़ हुए हैं। घाटी में गोहर विद्युत मंडल के तहत 208 और बालीचौकी के तहत 66 विद्युत ट्रांसफार्मर बंद पडे़ हुए हैं, जबकि करसोग में 235 ट्रांसफार्मर बंद होने से सैकड़ों गांवों की बत्ती गुल है। इसी तरह से बर्फ प्रभावित क्षेत्रों में 54 पेयजल योजनाएं भी ठप हो गई हैं।