हिमाचल प्रदेश प्राकृतिक संसाधान प्रबंधन समिति (एचपीएनआरएमएस) के 500 से अधिक कर्मचारी अब 60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होंगे। यह तमाम कर्मचारी विश्व बैंक और अंतरराष्ट्रीय सहयोग से संचालित हो रहे प्रोजेक्ट में कार्यरत हैं। प्रदेश भर के इन कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु दो साल बढ़ा दी है।
इस आदेश का सीधा फायदा चपरासी, चौकीदार समेत अन्य कर्मचारियों को होगा। पहले यह कर्मचारी 58 साल की आयु में सेवानिवृत्त हो रहे थे, लेकिन 22 जुलाई 2021 को हुई कार्यकारी समिति की बैठक में आयु को बढ़ाने पर मंथन किया गया।
इसके बाद फाइल को अंतिम मंजूरी के लिए सचिवालय भेजा गया। सचिवालय में इस संबंध में 22 नवंबर को वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मंथन किया गया।
इसके बाद इस निर्णय पर स्वीकृति दी गई और अब एचपीएनआरएमएस के कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश जारी हो गए हैं। इस निर्णय के साथ ही कर्मचारियों को अब दो साल अतिरिक्त सेवाकाल का मौका मिलेगा। इस बारे में अब मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनआरएमएस ने आदेश जारी कर दिए हैं।
यह सभी कर्मचारी जायका समेत अन्य परियोजनाओं में कार्यरत हैं। मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवनेश कुमार शर्मा ने बताया कि सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अब दो साल अतिरिक्त सेवा का मौका मिलेगा।
प्रदेश भर में इस आदेश से करीब 500 कर्मचारियों को लाभ मिलने की संभावना है। यह सभी कर्मचारी पूरे प्रदेश भर में चल रहे प्रोजेक्टों में तैनात हैं। इनमें कर्मचारियों का एक बड़ा वर्ग जायका परियोजना के तहत काम कर रहा है। इन कर्मचारियों को अब दो साल सेवाकाल का लाभ मिलने जा रहा है।
पूर्व में यह कर्मचारी 58 साल की आयु में सेवानिवृत्त हो रहे थे। अब यह कर्मचारी 60 साल तक सेवाएं दे पाएंगे। उन्होंने बताया कि यह आदेश एक जनवरी 2022 से प्रभावी माने जाएंगे। इस बारे में कर्मचारियों को अधिसूचना के माध्यम से जानकारी दी जा रही है।