हिमाचल प्रदेश में चार स्थानों पर रोप-वे बनाए जाएंगे। इसमें से तीन की डीपीआर बनकर तैयार हो चुकी है, जबकि चौथे की डीपीआर बनाने का कार्य जारी है। यह जानकारी सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को सराज विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले माता बगलामुखी मंदिर तक बनने वाले रोप-वे की आधारशिला रखने के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कही।
सीएम ने बताया कि माता बगलामुखी मंदिर तक 50 करोड़ की लागत से 800 मीटर लंबे रोप-वे का निर्माण किया जाएगा और इसे एक वर्ष के भीतर तैयार किया जाएगा। यह प्रदेश का पहला रोप-वे होगा, जिसे नाबार्ड की सहभागिता से बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि हाल ही में धर्मशाला में बना रोप-वे लोगों के लिए सुविधा के साथ-साथ आाकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसी तर्ज पर अब कुल्लू जिला में बिजली महादेव, चंबा जिला में भरमाणी माता मंदिर, पालमपुर में छुंजा ग्लेशियर और सिरमौर जिला में शिरगुल महादेव तक रोप-वे का निर्माण किया जाएगा।
इसमें से तीन की डीपीआर तैयार हो चुकी है, जबकि चौथे की डीपीआर बनाने का कार्य जारी है। जयराम ठाकुर ने बताया कि केंद्र सरकार की पर्वतमाला योजना प्रदेश में रोप-वे निर्माण और अन्य पर्यटन विकास के लिए मददगार साबित होगी।
इससे पहले सीएम जयराम ठाकुर ने पंडोह के साथ लगते तवाराफी के पास 50 करोड़ की लागत से बनने वाले जिले के तीसरे इंडस्ट्रियल एस्टेट की आधारशिला रखी। इसके लिए पहले चरण में 12 बीघा जमीन का चयन कर लिया गया है, जहां पर उद्योग विभाग शेड बनाने का कार्य करेगा। दूसरे चरण में 12 बीघा अन्य भूमि का चयन किया जाएगा।
यहां पर फैशन डिजाइनिंग और हैंडलूम से जुड़े लघु उद्योगों को स्थापित किया जाएगा और उसके बाद अन्य उद्योगों के लिए शेड आबंटित किए जाएंगे। इस दौरान द्रंग के विधायक जवाहर ठाकुर और रेडक्रास सोसायटी की उपाध्यक्षा डा. साधना ठाकुर सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।