इस वर्ष 16 अगस्त माह से अधिकारिक तोर पर मणिमहेश यात्रा आरंभ हो रही है, लेकिन श्रद्धालुओं का डल झील की ओर जाने का क्रम भी आरंभ हो गया है।

होली तहसील के कलाह गांव से होने वाली मणिमहेश परिक्रमा यात्रा में विभिन्न पड़ावों पर लंगर लगाने वाली इच्छुक समितियों से ट्रस्ट इस बार फीस नहीं लेगा।
यात्रा के इस ट्रैक के लिए लंगर समितियों को आकर्षित करने और श्रद्धालुओं को सुविधाएं मुहैया करवाने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया गया है। लिहाजा इस वर्ष होली-कलाह से डल झील तक के हिस्से में लंगर लगाने वालों को सेनिटेशन फीस की अदायगी नहीं करनी होगी।
मंगलवार को मणिमहेश मंदिर न्यास की लंगर समितियों के साथ हुई बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया है। उल्लेखनीय है कि जन्माष्टमी से राधा अष्टमी तक होली तहसील के कलाह गांव से हर वर्ष मणिमहेश परिक्रमा यात्रा चलती है।
करीब पंद्रह किलोमीटर के बल झील तक के इस ट्रैक पर स्थानीय समिति और ग्रामीणों द्वारा विभिन्न पड़ावों पर यात्रियों के ठहरने और खाने पीने का प्रबंध अपने स्तर पर किया जाता है।
पिछले कुछ वर्षों से होली के कलाह गांव से होकर मणिमहेश यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। स्थिति यहां तक पहुंच रही है कि विभिन्न पड़ावों पर स्थानीय समिति और ग्रामीणों की ओर से की जाने वाली व्यवस्थाएं भी कम पड़ने लगी है।
वहीं इस वर्ष 16 अगस्त माह से अधिकारिक तोर पर मणिमहेश यात्रा आरंभ हो रही है, लेकिन श्रृद्धालुओं का डल झील की ओर जाने का क्रम भी आरंभ हो गया है। लिहाजा उम्मीद जताई जा रही है कि इस वर्ष भी पिछले साल की तरह मणिमहेश परिक्रमा यात्रा करने वाले श्रृद्धालुओं की भारी तादाद रहेगी।
हालांकि इस रास्ते पर कुछ लंगर समितियां सेवा देने के लिए पिछले वर्ष भी आई। वहीं इस वर्ष यात्रा के विभिन्न पडावों पर श्रद्धालुओं को सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए प्रशासन एवं मणिमहेश मंदिर न्यास भी प्रयासों में जुट गया है।
इसी के चलते मंगलवार को भरमौर में हुई बैठक में लंगर समितियों के लिए ट्रस्ट की ओर से यहां आफर दिया गया है। बता दें कि मणिमहेश परिक्रमा यात्रा होली के रास्ते में व्यवस्थाओं व सुविधाएं मुहैया करवाने की मांग को लेकर स्थानीय समिति ने गत दिनों एडीएम भरमौर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था।
वहीं हिमाचल प्रदेश यूथ कांग्रेस ने भी इसी सिलसिले में शिमला में जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी को भी मांगपत्र सौंपा है। लिहाजा अब फीस न लेने के फैसले से उम्मीद जगी है कि भक्त यहां से यात्रा पर रवाना होंगे, जिससे इलाका प्रोमोट होगा।
एडीएम कुलवीर राणा बोले, सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश
एडीएम भरमौर कुलवीर सिंह राणा का कहना है कि होली से होने वाली मणिमहेश परिक्रमा यात्रा में लंगर लगाने वाली समितियों से न्यास ने सेनीटेशन फीस न लेने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि इस रास्ते में यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधाएं मुहैया करवाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।