केंद्रीय उड़ान योजना दो के अंतर्गत जिला कांगड़ा में पालमपुर तथा धर्मशाला के नजदीक रक्कड़ में जल्द ही दो हैलीपोर्ट बन कर तैयार हो जाएंगे। इन दोनों हैलीपोर्ट के निर्माण को लेकर प्रशासनिक व तकनीकी मंजूरी सहित सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
जिसके लिए दो सप्ताह के भीतर टैंडर प्रक्रिया जारी हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक पालमपुर में बनने वाले हैलीपोर्ट के लिए पहले 9 करोड़ की घोषणा हुई थी परंतु अब इसे पूरी तरह हाईटैक करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा इस परियोजना पर 19 करोड़ 77 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे जबकि धर्मशाला के नजदीक रक्कड़ में बनने वाले हैलीपोर्ट के निर्माण के लिए 8 करोड़ 62 लाख करोड़ खर्च किए जाएंगे।
पालमपुर में कृषि विश्वविद्यालय के नजदीक 84 कनाल भूमि पर बनने वाला प्रदेश का यह पहला बड़ा हाईटैक हैलीपोर्ट होगा। इस हैलीपोर्ट के बन जाने पर यहां एम एम 172 हैलीकॉप्टर भी उतर सकेगा, जिसमें एक साथ 26 यात्री आ सकेंगे।
इस बड़े हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल आपदा या वीआईपी मूवमैंट के दौरान होता है। इसके अलावा यहां एचएच 175(20 सीटर)तथा बेल 412 (14 सीटर) हैलीकॉप्टर अपनी सेवाएं देंगे।
जानकारी के मुताबिक जरूरत पड़ने पर यहां से एयर एम्बुलैंस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है ताकि मैडीकल एमरजैंसी के समय मरीजों को एयरलिफ्ट भी किया जा सके। हैलीपैड स्थल पर 15 मीटर ऊंचा ट्रैफिक कंट्रोल टावर स्थापित होगा।
हैलीपोर्ट में एक साथ कई हैलीकॉप्टर खड़े करने तथा उनके रखरखाव के लिए हैंगर (विशेष शैड) बनाए जाएंगे।
इस स्थल पर 500 वर्ग मीटर के दायरे में यात्री टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण व सभी सुविधाओं से सुसज्जित विश्रामगृह कैंटीन की व्यवस्था की जाएगी तथा 50 कारों के लिए पार्किंग व्यवस्था भी की जाएगी।
हैलीकॉप्टर स्थल में एक फायर स्टेशन भी स्थापित किया जाएगा इसके लिए अंडर ग्राऊंड वाटर टैंक का निर्माण किया जाएगा।
अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग सर्कल पालमपुर बीएम ठाकुर का कहना है कि पालमपुर तथा धर्मशाला के समीप रक्कड़ में बन रहे हैं दोनों हैलीपोर्ट के निर्माण की प्रशासनिक व तकनीकी मंजूरी सहित सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
जिसके लिए दो सप्ताह के भीतर टैंडर प्रक्रिया जारी हो जाएगी।