प्रदेश में कोविड सैंपलिंग पर जोर देगा स्वास्थ्य विभाग

त्योहारी सीजन के बाद हिमाचल प्रदेश अब स्वास्थ्य विभाग कोविड सैंपलिंग पर जोर देने वाला है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोविड सक्रंमण को रोकने के लिए प्रदेश भर में अब कोविड की टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी, ताकि बढ़ते संक्रमण पर रोकथाम लगाई जा सके।

त्योहारी सीजन के दौरान कोविड के नए मामलों की संख्या में तो इजाफा नहीं हुआ है, लेकिन कोविड के कारण हुई मौतों के मामले में इजाफा हुआ है। शनिवार को भी प्रदेश में कोविड सकं्रमण के कारण छह लोगों की मौत हुई है। ऐसे में अब स्वास्थ्य विभाग ने कोविड संक्रमण रोकने के लिए सैंपलिंग बढ़ाने की तैयारी कर ली है। प्रदेश में अभी तक पांच से सात हजार तक कोविड के सैंपल लिए जा रहे थे।

त्योहारी सीजन समाप्त होते ही अब सैंपलिंग पर जोर दिया जाएगा। सीएमओ शिमला ने बताया कि कोरोना टेस्टिंग को बढ़ाया जाएगा, ताकि संक्रमण का पता चल सके। कोरोना टेस्टिंग बढ़ाना इसलिए भी जरूरी है, ताकि कोरोना के मरीजों को पता चल सके। दूसरी लहर में सबसे ज्यादा कमी यह रही कि ग्रामीण एरिया में टेस्टिंग कम हो पाई। सर्दी व जुकाम के लक्षण आने पर भी लोग अस्पतालों में नहीं आए। जिससे संक्रमण एक-दूसरे में फैलता गया और जिला के अधिकांश एरिया ऐसे थे, जहां पर रोजाना 30 से 40 मरीज आ रहे थे। कई गांव ऐसे थे, जहां पर शायद ही कोई व्यक्ति बिना संक्रमित हुए रहा। ऐसे में इस बार पहले ही विभाग सतर्क हो चुका है। वह प्रदेश में टेस्टिंग बढ़ाने की तैयारी कर चुका है।

हिमाचल में वैक्सीनेशन की गति को भी अब बढ़ाया जाएगा। प्रदेश में 30 नवंबर तक वैक्सीनेशन की दूसरी डोज को शत-प्रतिशत लगाने का लक्ष्य रखा गया हैं, जबकि अभी तक प्रदेश में यह लक्ष्य 70 प्रतिशत से भी कम है। ऐसे में 20 दिनों से 25 दिनों के अंदर वैक्सीन की दूसरी डोज का लक्ष्य हासिल करने के लिए पूरा जोर लगाया जाएगा।

हिमाचल प्रदेश में त्योहारी सीजन समाप्त होते ही कोविड अपना रंग दिखाने लगा है। हालांकि बीते कुछ दिनो से त्योहारी छुट्टियों के कारण कोविड के सैंपल ज्यादा नहीं लिए गए हंै। इसके चलते कोविड के नए मामलों में गिरावट हैं, लेकिन कोविड से होने वाली मौतों में लगातार इजाफा जारी है।