आप सभी को गोवर्धन एवं विश्वकर्मा पूजन की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. दीपावली के दूसरे दिन यानि कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को गोवर्धन एवं गौ पूजा का विशेष महत्त्व है. मान्यता है कि इस दिन गौ पूजन से घर में सुख समृद्धि आती है. आज ही के दिन विश्वकर्मा पूजन भी किया जाता है.
धार्मिक कथा के अनुसार, गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गोकुलवासियों को इन्द्र के प्रकोप से बचाने के लिए छोटी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठा लिया था. उस पर्वत के नीचे खड़े होने से सभी गोकुलवासियों की जान बच गई थी. इस दिन गिरिराज को 56 भोग लगाते हैं, जिसका उनकी पूजा में बेहद महत्व है.
बता दें कि भगवान गोवर्धन की पूजा सुबह के समय की जाती है. इस दिन सबसे पहले गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बना कर नमन करते हुए अन्न, खील, लावा, मिष्ठान आदि का भोग लगाएं. हिंदू पंचांग के अनुसार 05 नवंबर 2021, शुक्रवार प्रतिपदा तिथि को सुबह 02 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी और रात्रि में 11 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी.
पूजा मुहूर्त – प्रात: 06:36 बजे से प्रात: 08:47 बजे तक
अवधि – 02 घंटे 11 मिनट
शाम का मुहूर्त – दोपहर 03:22 बजे से शाम 05:33 बजे तक
अवधि – 02 घंटे 11 मिनट