हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में वार्षिक परीक्षाएं समाप्त होने के बाद भी पहली से 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों को परिणाम निकलने तक स्कूल आना होगा। परीक्षाएं समाप्त होने के बाद वे घर नहीं बैठ पाएंगे। इसके साथ ही एक पेपर से दूसरे पेपर के बीच अंतराल अवधि में भी विद्यार्थियों को स्कूल आना होगा।
इस दौरान शिक्षक उन्हें अगले पेपर की तैयारी करवाएंगे। इसके साथ ही परीक्षाएं समाप्त होने के बाद विद्यार्थियों को स्कूलों में रिवीजन या खेलकूद गतिविधियां करवाई जाएंगी।
ऐसे आदेश प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक आशीष कोहली की ओर से जारी किए गए हैं।
विभाग की मानें तो विद्यार्थी एक पेपर से दूसरे पेपर की अंतराल अवधि के दौरान स्कूल नहीं आ रहे हैं। ऐसे में उनकी परीक्षाओं पर विपरीत असर पड़ रहा है।
इसी कड़ी में विभाग ने स्कूलों को उक्त निर्देश जारी किए हैं। इसके तहत नर्सरी से 8वीं कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षाओं के दौरान एक पेपर से दूसरे पेपर के लिए अंतराल अवधि में अपने-अपने स्कूलों में उपस्थित होना होगा। इस दौरान शिक्षक विद्यार्थियों को पेपर की तैयारी करवाएंगे।
वार्षिक परीक्षाओं के पेपर पूरे होने के बाद शिक्षक परिणाम घोषित होने तक विद्यार्थियों को या तो मौजूदा कक्षा के पाठ्यक्रम का रिवीजन करवाएंगे या अगली कक्षा के पाठ्यक्रम के बारे में विद्यार्थियों को बताएंगे।
वार्षिक परीक्षा के बाद परिणाम की घोषणा तक विभाग द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार विद्यार्थी खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियों और सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
सभी शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक स्टाफ स्कूल में रहेगा मौजूदा
जारी आदेशों में विभाग ने स्पष्ट किया है कि स्कूल का सभी शैक्षणिक व गैर-शैक्षणिक स्टाफ इस दौरान स्कूल में मौजूद रहेगा।
अध्यापक एवं अन्य कर्मचारी जैसे मल्टी टास्क वर्कर एवं मिड-डे मील वर्कर वार्षिक परीक्षा का परिणाम घोषित होने तक स्कूल में उपस्थित रहेंगे। ऐसे में स्पष्ट है कि शीतकालीन स्कूलों में 31 दिसम्बर तक शिक्षकों के साथ विद्यार्थी भी मौजूद रहेंगे।