ऊहल परियोजना में 25 मार्च से शुरू होगा विद्युत् उत्पादन

जोगिन्दरनगर : 25 मार्च से बिजली बोर्ड की ऊहल जलविद्युत परियोजना सरकारी क्षेत्र के उत्पादन में आ जाएगी। सालों बाद यह परियोजना पूरी होने जा रही है, जिससे  बिजली बोर्ड व सरकार को राहत मिलेगी। हालांकि देरी से निर्मित होने वाली इस परियोजना का टैरिफ ज्यादा होगा, लेकिन फिर भी अंततः यह परियोजना तैयार है।

बिजली परीक्षण रहा सफल

बताया जा रहा है कि इसकी एक यूनिट में बिजली परीक्षण सफल रहा है। बिजली बोर्ड के प्रबंध निदेशक जेपी काल्टा ने बताया कि स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड लिमिटेड के निर्माणाधीन ऊहल जलविद्युत परियोजना के तहत तीनों यूनिट के मेकेनिकल स्पिनिंग वर्क को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना का विद्युत गृह मंडी जिला के जोगिन्दरनगर के नजदीक चुल्ला गांव में स्थित है।

100 मेगावाट का होगा उत्पादन

श्री काल्टा ने कहा कि इस परियोजना के तीन यूनिट, 33.3 मेगावाट प्रति यूनिट बिजली की क्षमता से कुल 100 मेगावाट उत्पादन करेंगे। एक, तीन और दो नंबर यूनिट का सफल चलन परिक्षण तीन, चार और सात मार्च को कर लिया गया था। उन्होंने बताया कि परियोजना के सिविल अधोसरंचना का परीक्षण कार्य 8 फरवरी को पूर्ण कर लिया गया था और मुख्य रिजर्वायर से विद्युत गृह तक सभी तीनों यूनिटों को पानी, तकनीकी रूप से परीक्षण चलन चरण और टरबाइन की कमिश्निंग के लिए छोड़ दिया गया था। इस तरह अपनी पूर्णता की ओर अग्रसर इस परियोजना का पहले यूनिट में विद्युत उत्पादन 25 मार्च से शुरू होने की संभावना है।

450 मेगावाट होगा वार्षिक उत्पादन

इसी तरह से नंबर दो और तीन यूनिट से उत्पादन 15 दिनों के अंतराल में शुरू होने की उम्मीद है। उन्होंंने कहा कि इन तीनों यूनिट से पूरी तरह बिजली उत्पादन शुरू होने के बाद कुल 450 मेगावाट यूनिट बिजली का वार्षिक उत्पादन होगा।