हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इस बार भी भूकंप का केंद्र जम्मू-कश्मीर ही रहा है। लेकिन यह झटके पांच दिन पहले आए भूकंप से कम थे। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई।
प्रभावित इलाकों में झटकों के बाद एक बार फिर लोगों में अफरातफरी मची और लोग अपने घरों से बाहर आ गए। इस बार इन झटकों का केंद्र मां वैष्णो देवी मंदिर के पास कटड़ा में रहा। नेशनल सेंटर ऑफ सिस्मोलॉजी इंडिया के अनुसार यह भूकंप रविवार तड़के 3:50 बजे आया।
रिक्टर स्केल पर इसका कंपन 4.1 मेग्नीट्यूड था। इसका केंद्र कटड़ा से 80 किमी पूर्व धरती में 11 किमी नीचे लेटीट्यूड 42.96 और लांगीट्यूड 75.79 था। जिसका असर जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ में भी महसूस किया गया।
गत मंगलवार को ही जम्मू-कश्मीर के डोडा में 1ः33 बजे 5.4 तीव्रता का भूकंप आया था। दिल्ली के अलावा पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
भूकंप विशेषज्ञों का कहना है कि बीते कुछ समय से धरती के नीचे प्लेट्स में हलचल के कारण भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। जब एक बार प्लेट्स अपनी स्थिति बदलती हैं तो बार-बार भूकंप आना स्वाभाविक है।
तीन महीने पहले 21 मार्च को दिल्ली-एनसीआर में रात करीब सवा दस बजे 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके झटके पंजाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, बिहार में भी महसूस किए गए थे।
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के फैजाबाद से 133 किमी दक्षिण-पूर्व में रहा। भूकंप का केंद्र जमीन से 156 किमी. की गहराई में था।