पठानकोट-जोगिन्दरनगर रेलमार्ग पर चक्की पुल अभी तक तैयार न होने के कारण नूरपुर से बैजनाथ तक दो रेलगाड़ियों को चलाने का प्रयास शुरू हो गया है तथा शुक्रवार को नूरपुर रोड़ रेलवे स्टेशन से लेकर बैजनाथ तक रेल इंजन को भेजकर सफल ट्रायल लिया गया।
यात्रियों को होगी सुविधा
अब शनिवार को रेल इंजन के साथ डिब्बे जोड़कर इस रेलमार्ग से गुजारा जाएगा। अगर यह ट्रायल भी सफल रहा तो मई माह से इस ट्रैक पर दो रेलगाड़ियाँ चलने की संभावना है। रेलगाड़ियाँ चलने से यात्रियों को आवागमन में सुविधा रहेगी।
काफी समय से बंद हैं रेलगाड़ियाँ
इस रेल ट्रैक पर पिछले काफी समय से रेलगाडिय़ां बंद पड़ी हैं, जिससे रेलवे स्टेशन पर टी-स्टाल लगाने वालों सहित रेलवे स्टेशन के किनारे दुकानें करने वाले दुकानदारों का धंधा चौपट होकर रह गया है।
पर्यटन में मिलेगी मदद
रेलगाड़ियों के बहाल होने से यात्रियों को भी हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थलों सहित पर्यटन स्थलों में पहुंचने में काफी सुविधा मिलेगी।
चक्की पुल नहीं है तैयार
अभी चक्की पुल को बनने में समय लग सकता है तथा जब तक चक्की पुल नहीं बनता है तब तक नूरपुर रोड़ रेलवे स्टेशन से बैजनाथ को रेलगाडिय़ां चलाई जाएंगी।
सेक्शन इंजीनियर ने कहा
पठानकोट-जोगिन्दरनगर रेलमार्ग के सेक्शन इंजीनियर उत्तम चंद ने बताया कि आज रेल इंजन का ट्रायल किया गया है, जो कि सफल रहा है और अब शनिवार को इंजन के साथ रेल डिब्बे जोड़ कर ट्रायल किया जाएगा।
बहाल होंगी रेलगाड़ियाँ
इंजीनियर ने बताया कि अगर ट्रायल सफल हुआ तो नूरपुर रोड रेलवे स्टेशन से बैजनाथ तक दो रेलगाड़ियाँ बहाल कर दी जाएंगी।