धर्मशाला में 17 व 19 मई को होने वाले आईपीएल मैचों के टिकटों को लेकर शुक्रवार को खूब हंगामा हुआ। आक्रोशित युवाओं ने सस्ती टिकटें ऑफलाइन काउंटर में न मिलने पर एचपीसीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इतना ही नहीं युवा क्रिकेट प्रेमियों के जोश में माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि मौके पर ही पुलिस को बुलाना पड़ा। पुलिस को बीच-बचाव करते हुए युवाओं को शांत करवाया।
इसके बाद आधा दर्जन के करीब महिला व पुरुष जवानों को टिकट काउंटर पर तैनात किया गया। ऑफलाइन काउंटर से 750 रुपए वाली टिकट गायब कर दी गई, जबकि एक हज़ार वाली भी ऑनलाइन ही बिक्री की बात कही।
एचपीसीए व पंजाब किंग्स की ओर से टिकटों के दामों में बढ़ोतरी की गई है। इसमें 1000, 1500, 1750 के बाद सीधे ही तीन हज़ार के दाम बता रहे हैं, जबकि इससे पहले मात्र 2250 रुपए में सबसे महंगी टिकट के दाम तय किए गए थे।
इसके चलते ही युवाओं ने एचपीसीए व पंजाब प्रबंधन पर टिकटें दबाने के भी गंभीर आरोप लगाए हैं। इस दौरान युवाओं ने एचपीसीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस वालों को बीच-बचाव करते हुए आना पड़ा। युवाओं का कहना है कि एचपीसीए की ओर से सस्ती टिकटों को पहले ही दबाकर रख लिया गया है और उन्हें काउंटर पर सस्ते टिकट नहीं दिए जा रहा हैं, जबकि उन्हें बताया जा रहा है कि वह ऑनलाइन बिक चुके हैं।
ऐसे में आईपीएल मैचों के लिए धर्मशाला में विवाद देखने को मिल रहा है। उधर, एचपीसीए के डायरेक्टर संजय शर्मा का कहना कि मैचों को लेकर प्रबंधन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 14 को पंजाब, 15 को दिल्ली और 16 को राज्यस्थान रॉयल्स की टीम धर्मशाला पहुंचेगी।
धर्मशाला में होने वाले पंजाब व दिल्ली के मैच का लीग में अधिक महत्त्व नहीं है। बावजूद इसके धर्मशाला में रहने वाले लोगों, एचपीसीए सहित स्टेडियम से जुड़े हुए लोगों को प्रदेश भर से मैच के पास को लेकर खूब डिमांड आ रही है।
लोगों को फोन, व्हाट्सऐप, फेसबुक सहित अन्य माध्यम से भी अपनी-अपनी डिमांड भेज रहे हैं। एचपीसीए की ओर से पूरी तरह से स्पष्ट किया जा रहा है कि पंजाब किंग्स मैच व टिकट बिक्री का जिम्मा देख रही है। ऐसे में पास को लेकर अधिक उत्साह सही नहीं है।