शिमला : ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभागों में जल्द 450 नई नौकरियों का प्रावधान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मनरेगा में कामगारों की ऑनलाइन हाजिरी का प्रावधान किया जाएगा।
शिमला में भी अन्य महागरों की तर्ज पर हाट बाजार के लिए जगह का चयन किया जाएगा, जहां पर स्वयं सहायता समूह अपने उत्पाद बेच सकेंगे और ऐसी व्यवस्था प्रदेश के हर शहर में की जाएगी।
अनिरुद्ध सिंह गुरुवार को पीआरटीआई क्रेगनेनो मशोबरा में ग्रामीण विकास निदेशालय, के अधीन राज्य स्तरीय नोडल एजेंसी-वाटरशैड द्वारा वाटरशैड विकास के तहत सर्वोत्तम प्रथाएं विषय पर राज्य स्तरीय दो दिवसीय सम्मेलन के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
कार्यक्रम के दौरान स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की पैकेजिंग में आने वाली समस्याओं पर चर्चा की गई।
इस दौरान मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की विभिन्न पंचायतों की संस्कृति एवं भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए प्रदेश के 26 खंडों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा उन्हें सस्ते दामों पर पैकेजिंग सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी।
इससे पूर्व देवाशीष शेन, राजेश कुमार और डॉ भारतरय (पीपुल्स साइंस इंस्टीट्यूट, देहरादून), डा. विवेक पठानिया नाबार्ड शिमला, जोगिंद्र चौहान जलशक्ति विभाग, डा. रविंद्र सिंह जसरोटिया, प्रत्यय जगन्नाथ , ममता ठाकुर ने भी विभिन्न योजनाओं पर जानकारी बांटी।
कार्यक्रम में प्रधान सलाहकार टी एंड एफए निशा सिंह, संयुक्त निदेशक ग्रामीण विकास डा. भावना आदि अधिकारी उपस्थित रहे।
संरक्षित होगे जल स्रोत
जल संरक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पारम्परिक जल स्रोतों का संरक्षण किया जाना चाहिए तथा निर्माण कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन समय-समय पर होना चाहिए। इस दौरान अनिरुद्ध सिंह ने महिला प्रतिभागियों को न्यूट्री किट भी वितरित की।
इस अवसर पर पद्मश्री श्याम सुंदर पालीवाल और सीपीए सचिव किशोरी लाल ने भी उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित किया।