पूर्व सरकार के समय साल भर पहले धर्मपुर जोगिन्दरनगर विधानसभाओं को जोड़ने वाले तथा के पूर्व मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह के ड्रीम प्रोजेक्ट सांढापत्तन पुल का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उद्घाटन किया था। वर्षों के लंबे इंतजार के बाद करीब तीस करोड़ की लागत से यह पुल बनकर शुरू तो हुआ लेकिन इस पुल से एक भी बस रूट अभी तक स्वीकृत नहीं हो पाया है।
हालांकि इसका उद्घाटन समारोह सिद्धपुर में आयोजित हुआ, लेकिन इस पुल को चालू करने तक के लिए कोई भी बस इस पुल से नहीं निकली। भले ही दो विधानसभा क्षेत्रों की दूरियां इस पुल के बनने से कम हुई हो, लेकिन करोड़ों खर्च करने के बाद भी लड़भड़ोल से संधोल को एक बस नहीं चल पाई।
हालांकि इस पुल के बनने के बाद सांडा सहित डेढ़ दर्जन पंचायतों को लंबी दूरी तय करने के लिए वाया पालमपुर के बजाय संधोल व सुजानपुर होकर जाने से चंडीगढ़ व दिल्ली के लिए करीब 52 किलोमीटर दूरी कम होनी थी।
साथ मे संधोल व हमीरपुर से सटे गाँवों के लिए कोई नियमित बस सेवा न होने के चलते करोड़ों खर्च करके बनाए इस पुल धेले भर का लाभ भी नही मिला न कोई बस चली न बैजनाथ व जोगिन्दरनगर से कोई नया रूट चला।
इधर परिवहन निगम के आला अधिकारियों को विभिन माध्यम से मांग कर चुके हैं, लेकिन स्थानीय विधायक से लेकर निगम प्रबंधन के अधिकारियों ने कान में रुई डाल कुंभकरणी नींद सोए पड़े हैं।
नाम का ही सब डिपो संधोल और काम के डिपो जोगिन्दरनगर व धर्मपुर भी इस पुल के लिए कोई रूट उपलब्ध नही करवा पाए। सैंकड़ों निजी वाहन इस पुल से गुजर रहे हैं।
जिससे उनके मालिक तो फायदा उठा रहे हैं लेकिन आम जनता अभी भी सरकार का मुंह ताक रही है। बता दें की लड़भड़ोल से हमीरपुर, चंडीगढ़ दिल्ली के लिए यह सबसे किफायती और काम दूरी का सफर है।
जबकि संधोल क्षेत्र से सिमस, लड़भड़ोल, जोगिन्दरनगर मंडी के लिए यह रूट किफायती है। क्षेत्र के लोगों ने स्थानीय मंत्री, परिवहन मंत्री तथा मुख्यमंत्री से संज्ञान लेकर इस पुल पर दिन में कम से कम 10 रूट लोकल व जोगिन्दरनगर, बैजनाथ, मंडी से हमीरपुर चंडीगढ़ दिल्ली के बीच लगाने का आग्रह किया है ताकि इस पुल का फायदा स्थानीय जनता को मिल सके।