पंजाब केसरी|| पंजाब केसरी में छपी एक खबर के अनुसार शीत मरुस्थल व बर्फीले रेगिस्तान के नाम से विख्यात लाहौल-स्पीति में पहली बार मिट्टी की बर्फ़बारी हुई है। खबर के अनुसार वीरवार को भारी बर्फ़बारी के बीच आसमान से अचानक काली मिटटी बरसने लगी जिससे लोगों में हैरानी और भय छा गया.
ताजा बर्फबारी की सफ़ेद व मोटी चादर पर 4 इंच मिट्टी की परत जम जाने से धरती का रंग काला पड़ गया। क्षेत्र में पहली बार घटी इस अजीबोगरीब घटना ने स्पीति प्रशासन सहित स्थानीय लोगों को सकते में डाल दिया है। तोंद घाटी में भारी बर्फबारी के बीच आसमान से मिट्टी की बर्फ़बारी ने लोगों में कौतुहल पैदा कर दिया है। इसके अलावा मुख्यालय काजा में भी आसमान से मिट्टी बरसी है।
खबर के अनुसार, स्पीति के एस.डी.एम. अरुण शर्मा ने बताया कि हाई अलर्ट जारी करते हुए लोगों को घरों से बाहर न जाने की सलाह दी गई है। भोटी भाषा के स्थानीय ज्योतिषियों का कहना है कि धर्म ग्रंथों के उल्लेख पर गौर किया जाए तो यह घटना मानवता के लिए शुभ नहीं है। कई स्थानों पर बर्फ की सफेद चादर में जमी काले रंग की मिट्टी की 4 इंच मोटी परत ने स्पीति में बर्फ की सफेदी भी गायब कर दी है।
मिट्टी की बर्फ़बारी में मिट्टी मंगल ग्रह की : छेरिंग टशी
भोटी भाषा के स्थानीय ज्योतिषी छेरिंग टशी बताते हैं कि यह घटना मानवता के लिए शुभ संकेत नहीं हैं। भोटी शास्त्रों में उल्लेख मिलते हैं कि जब-जब भी आसमान से मिट्टी बरसी है मानवतापर संकट आए हैं। बर्फबारी के साथ आसमान से गिरी मिट्टी को उन्होंने मंगल ग्रह की मिट्टी बताया है।
वहीँ दूसरी और, मौसमविदों और भूगोलज्ञों के अनुसार मिट्टी की बारिश होना एक आम भूगोलीय घटना है और इसमें कुछ भी हैरानीजनक नहीं है. विश्व के अलग-अलग स्थानों में मिट्टी की बारिश, मछलियों की बारिश यहाँ तक कि सांप और घड़ियाल भी बारिश के साथ गिरते हैं. कई स्थानों में तो खून जैसी बारिश भी देखी गयी हैं.