जिला किन्नौर के सीमांत क्षेत्र छितकुल में तीन से पांच फीट बर्फबारी के बीच कोलकाता से आए 70 सैलानियों का एक दल फंस गया है। इस क्षेत्र में पिछले दो तीन दिन से लगातार बेमौसमी बर्फबारी हो रही है। बर्फ़बारी और हिम-स्खलन के कारण छितकुल को जोड़ने वाली यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प हो गई है।
शुक्रवार शाम तक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात का सिलसिला जारी था। वहीं निचले इलाकों में लगातार बारिश हो रही थी। बर्फ में फंसे पर्यटकों में से कुछ को होटल में ठहराया गया है तो कुछ लोग गांव में पास आश्रय ले रहे हैं।
मौसम के हालात देखते हुए अगले तीन चार दिन तक इनके यहां से निकल पाने की कोई संभावना नहीं है। प्रशासन का कहना है कि जब तक मौसम साफ नहीं हो जाता तब तक सड़कें बहाल नहीं हो पाएंगी। हालांकि प्रशासन मार्ग को बहाल करने में जुटा हुआ है। प्रशासन का दावा है कि सभी पर्यटक सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि छितकुल चीन के साथ लगती सीमा से पहले अंतिम भारतीय गाँव है. यह किन्नौर की वास्पा घाटी का सबसे ऊँचा गाँव है. यहाँ सारा साल भारी बर्फ पड़ती है. इस गाँव को देखने गर्मिओं में भारी संख्या में सैलानी आते हैं.