शिमला : प्रदेश के स्कूल-कालेज और विश्वविद्यालय 30 जून तक पूरी तरह से बंद रहेंगे। अहम यह है कि 30 जून तक अब कॉलेजों में कोई भी फाइनल परीक्षाएं भी आयोजित नहीं होंगी। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि स्कूलों में 15 जून तक दिया गया अवकाश 30 जून तक बढ़ा दिया गया है। इसी तरह कालेजों में भी यह अवकाश 30 जून कर दिया है। इस दौरान राज्य के सभी शिक्षण संस्थानों में छोटी-बड़ी शैक्षणिक गतिविधियाँ बंद रहेंगी।
कालेज छात्रों की होगी डिजिटल स्टडी
बताया जा रहा है कि अब शिक्षा विभाग परीक्षाओं के लिए भी केंद्र से मंजूरी लेगा। इसके लिए अभी केंद्र सरकार से शिक्षा व्यवस्था पर आने वाली एसओपी का इंतजार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि अब कॉलेज छात्रों के लिए भी डिजिटल स्टडी के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही स्कूली छात्रों की ऑनलाइन स्टडी पर भी अब एप्लीकेशन ओर ज्यादा डिवेलप की जाएगी।
मंजूरी के बाद होगी फाइनल परीक्षा
कालेजों में फाइनल परीक्षाओं की बात करें, तो यह परीक्षाएं भी केंद्र सरकार से एसओपी आने के बाद ही की जाएंगी। एचपीयू ने परीक्षाओं को लेकर तैयारियां पूरी कर दी है। प्रश्न पत्र की छपाई का कार्य लगभग पूरा है। सरकार के आदेशों के पंद्रह दिन बाद परीक्षाएं आयोजित हो जाएंगी। अहम यह है कि इस बार सबसे पहले कॉलेजों में फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।
प्रमोट हो सकते हैं छात्र
अगर स्थिति ठीक नहीं होती है, तो ऐसे में फर्स्ट व सेकेंड ईयर के छात्रों को प्रमोट भी किया जा सकता है। पहली से 25 जुलाई तक यूजी के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा करवाई जा सकती है, वहीं एचपीयू के प्लान में यह भी बताया गया है कि वार्षिक प्रणाली के तहत पढ़ने वाले छात्रों की एडमिशन दूसरी कक्षा में कर दी जाएगी।
कम हो सकती है पास मार्किंग
लॉकडाउन और कोरोना के संकट को देखते हुए एचपीयू यूजी-पीजी छात्रों के लिए पास मार्किंग को कम कर सकते हैं। यानी कि छात्रों को राहत देते हुए कुछ शर्तें रखी जाएंगी, जिसमें अगर कोई छात्र थोड़े बहुत अंको से पीछे रह जाते है, तो उन्हें पास किया जाएगा। हांलाकि अभी यह एचपीयू के एग्जिट प्लान में है, इस पर सरकार की मंजूरी आना बाकी है।