शिमला : हिमाचल प्रदेश में कर्मचारी तबादलों को लेकर एक बड़ा आंकड़ा सामने आया है। तबादलों के मुद्दे पर हालांकि विपक्ष ज्यादा हो-हल्ला नहीं कर पाया और बिना किसी पूर्व योजना के उसने बाहर जाने की कोशिश की। हालांकि विपक्ष के विधायक बाहर जाते ही वापस लौट आए और कुछ विधायक तो दरवाजे तक ही पहुंचे। तबादलों को लेकर विधायक राजेंद्र राणा के सवाल का जवाब देते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि दो साल में पहली अगस्त, 2017 से लेकर 31 जुलाई, 2019 तक विभिन्न विभागों में विभिन्न श्रेणियों के 53680 स्थानांतरण किए गए हैं।
कांग्रेस के समय हुए सबसे ज्यादा तबादले
सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में सबसे ज्यादा तबादले हुए हैं। उन्होंने माना कि उनकी सरकार में भी आंकड़ा बढ़ा है, मगर कांग्रेस ने भी 41478 तबादले किए थे। उन्होंने ऐलान किया कि सरकार भविष्य में तबादलों पर पूरी तरह से रोक लगाए हुए है और तबादलों को लेकर सख्ती बरत रही है। उनके जवाब से संतुष्ट न होकर विपक्ष ने बिना किसी बहस के बाहर जाने की कोशिश की। सरकार द्वारा इस अवधि में किए गए तबादलों की सदन में रखी विस्तृत सूचना के अनुसार कृषि विभाग में 498, पशुपालन में 2517, आयुर्वेद में 1225, सहकारिता में 61, प्रारंभिक शिक्षा में 13422, उच्चतर शिक्षा में 13420, निर्वाचन विभाग में 49, पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में 75, आबकारी कराधान में 451, वित्त में 272, मत्स्य पालन में 62, अपारंपरिक ऊर्जा स्त्रोत में 22, खाद्य एवं आपूर्ति में 206, वन में 1109, स्वास्थ्य में 3044, आवास में 47, गृह में 5160, उद्यान में 410, जल शक्ति विभाग में 1313, श्रम एवं रोजगार में 71, भाषा एवं कला में 9, बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा में 2281, कार्मिक में 512, योजना में 17, लोक निर्माण में 2185, राजस्व में 1676, ग्रामीण विकास में 731, पंचायती राज में 432, नगर योजना में 55, तकनीकी शिक्षा में 503, परिवहन में 1540, पर्यटन में 22, जनजातीय विकास में पांच, सैनिक कल्याण में सात, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता में 63, शहरी विकास में 38 तथा युवा सेवाएं खेल विभाग में 22 कर्मचारियों के तबादले किए गए हैं। राजेंद्र राणा ने सरकार से सुजानपुर क्षेत्र में किए गए तबादलों की भी सूचना मांगी थी, जिसमें बताया गया कि उपरोक्त अवधि में 709 कर्मचारी यहां तबदील किए गए हैं।
वाक्आउट था या कन्फ्यूजन
कर्मचारी तबादलों के मुद्दे पर सदन से बाहर जाने की विपक्ष की कोशिश को लेकर मुख्यमंत्री भी समझ नहीं पाए। सीएम ने कहा कि विपक्ष का यह वाकआउट था या कन्फ्यूजन, यह पता नहीं। जयराम ठाकुर ने कहा कि वाकआउट किए जाने लायक कोई विषय था ही नहीं, इसलिए मुझे नहीं मालूम के वाकआउट था या कन्फ्यूजन। हैरानी की बात है कि कांग्रेस बिना किसी आंकड़ों के हो हल्ला कर देती है। वे फर्जी डिग्री के आरोपों का आंकड़ा लाएं, हम पूरी जांच करवाएंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सोलन आगमन पर उनका भव्य अभिनंदन किया जाएगा, जिसकी तैयारियां जोरों से चल रही हैं।