डायनासर या डैहणसर कांगड़ा जिला की बीड़ भंगाल पर्वत श्रृंखला धौलाधार की शाखा में 4280 मीटर/14040 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक ग्लेशियर से बनी झील है। यह बेशक कांगड़ा जिला में है पर यहां पहुंचने के लिए मंडी जिला के बरोट से ही रास्ता है।
भादों 20 के पवित्र स्नान के लिए मंडी तथा कांगड़ा के अलावा कुल्लू की लग घाटी से भी लोग सर जोत को पार करके पहुंचते हैं, लेकिन अब की बार 4 सितंबर, 20 भादों को होने वाला डायनासर का साही स्नान इस बार भी नही होगा । जिला कुल्लू और मंडी के सभी देवी-देवताओं ने डायनासर के साही स्नान के लिए मनाही कर दी है।
देवताओं ने अपने गूर के माध्यम से बताया कि डायनासर में होने वाला शाही स्नान इस बार नहीं होगा। ग्राम पंचायत स्वाड़ के उप प्रधान सुनील, बरोट के प्रधान रमेश ठाकुर, लपास के प्रधान रमेश बाटी, बरधाण के प्रधान अनिल, लटराण के प्रधान जोगेंद्र, धम्चयाण के उप प्रधान नरेश, तरस्वाण के प्रधान जय सिंह ने बताया कि इस बार डायनासर के पवित्र स्नान को कोई भी लोग यात्रा न करें।
उन्होंने बताया कि डायनासर के लिए तिउन गांव से एक टीम जा रही है जो वहां सफाई व्यवस्था को देखेगी और इस बार कोई भी शाही स्नान नहीं होगा।