हिमाचल प्रदेश में रविवार और सोमवार को भारी बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट ज़ारी किया गया है। आठ मार्च को मौसम साफ रहने और 9 मार्च से फिर बादल बरसने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में अभी भी 138 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप्प है। आठ पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हैं।
लाहौल-स्पीति जिला में 127, मंडी में 4, कुल्लू में 3, चंबा में 2 और सोलन जिला में एक सड़क बंद है। लाहौल-स्पीति में छह और चंबा जिला में दो पेयजल योजनाएं बंद पड़ी हैं। शनिवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा।
ऊना में अधिकतम तापमान 27.5, बिलासपुर 25.1, सुंदरनगर 25.0, सोलन 24.5, हमीरपुर 24.2, कांगड़ा 23.3, भुंतर 22, धर्मशाला 22.0, चंबा 21.6, शिमला 17.7, कुफरी 12.7, कल्पा12.0, डलहौजी 11.5 और केलांग में 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
शुक्रवार रात को केलांग में न्यूनतम तापमान माइनस 8.4, कल्पा 0.4, मनाली 0.8, कुफरी 4.3, सोलन 5.4, डलहौजी 5.9, शिमला 6.8 और धर्मशाला में 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
पांच किमी पैदल चल जलोड़ी दर्रा किया पार
उधर, औट-बंजार-सैंज हाईवे-305 पर दो माह बाद भी आम लोग बर्फ में पैदल चलने के लिए मजबूर हैं। तीन जनवरी से बंद चल रहा हाईवे जिला कुल्लू के बाह्य सराज के लोगों के लिए परेशानी बन गया है। लोगों की सुविधा के लिए एचआरटीसी ने सोझा तक बस सेवा को शुरू कर दिया है। लेकिन फोर बाई फोर वाहन जलोड़ी दर्रा से चार किलोमीटर पीछे तक ही जा रहे हैं।
दोनों तरफ से शनिवार को करीब 70 से अधिक लोगों ने पांच किलोमीटर पैदल सफर कर दर्रा आर-पार किया। पिछले सप्ताह हुई ताजा बर्फबारी के बाद मौसम को खुले हुए भी हफ्ते का समय हो गया है। लेकिन एनएच अथॉरिटी पांच किलोमीटर हाईवे से भी बर्फ नहीं हटा पाई है। एनएच की सुस्त कार्यप्रणाली से आमजनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बर्फ हटाने को काम दो छोर से चला है।
अभी सोझा से करीब एक किलोमीटर और जलोड़ी दर्रा की तरफ से करीब 800 मीटर हाईवे से बर्फ को हटाया गया है। मार्ग में एक पर्यटक वाहन और एक मोटरसाइकिल भी लंबे से फंसे हैं। अभी भी लगभग 3200 मीटर से बर्फ को हटाना होगा।
हाईवे-305 पर अति संवेदनशील जगह पर हिमस्खलन हुआ है। इससे किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। एनएच-305 के अधिशासी अभियंता केएल सुमन ने कहा कि भारी बर्फबारी के कारण देरी हो रही है। दोनों तरफ से बर्फ हटाने का काम जारी है और जल्द एनएच को खोला जाएगा।
बीआरओ ने मनाली-किलाड़ मार्ग किया बहाल
वहीं, बीआरओ ने सोलंगनाला के साथ धुंधी पुल के पास हिमस्खलन हटाकर शनिवार को मनाली-लेह मार्ग पर बहाल कर दिया है। हालांकि, लाहौलवासियों को करीब 12 से 14 घंटे तक परेशान होना पड़ा। उधर, हिमस्खलन व भूस्खलन से बंद पड़ा उदयपुर-किलाड़ मार्ग भी यातायात के लिए खोल दिया गया है।
पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा अभी भी बना हुआ है। बीआरओ ने इस मार्ग पर सफर करने वाले सभी वाहन चालकों को हिदायत दी है कि वह सतर्कता के साथ आवाजाही करें। बीआरओ के कमांडर कर्नल शबरीश वाचली ने कहा कि उदयपुर-किलाड़ मार्ग बहाल कर दिया है।