जोगिन्दरनगर : साहसिक खेलों के शौकीनों व टेंडम उड़ान का लुत्फ उठाने वालों लिए खुशखबरी है। विश्व प्रसिद्ध पैराग्लाइडिंग घाटी बीड़ बिलिंग में दो माह के विराम के बाद 16 सितंबर से उड़ानों की शुरुआत होने जा रही है।

15 जुलाई से 15 सितंबर तक लगी थी उड़ानों पर रोक
हर साल की तरह इस बार भी पर्यटन विभाग ने 15 जुलाई से 15 सितंबर तक मानसून के चलते उड़ानों पर रोक लगाई थी। अब मौसम के अनुकूल होते ही घाटी में पर्यटन गतिविधियों की फिर से बहार लौटेगी। गौर हो कि पर्यटन विभाग द्वारा बरसात के दौरान टेक ऑफ साइट बिलिंग और लैंडिंग साइट्स क्योर पर फिसलन और खराब दृश्यता के कारण सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उड़ानों पर रोक लगाई जाती है।

कुछ समय तक सूनी रहती है घाटी
इस अवधि में घाटी में सन्नाटा पसरा रहता है, जिससे स्थानीय होटल, होमस्टे, टैक्सी चालक और पायलटों की आजीविका पर असर पड़ता है। बीड़ बिलिंग घाटी पूरी तरह से सूनी हो जाती है।
एसडीएम ने बताया
साडा अध्यक्ष एसडीएम संकल्प गौतम ने बताया कि बीड़ बिलिंग पैराग्लाइडिंग घाटी की टेक ऑफ साइट पर साफ-सफाई का कार्य 15 सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा।
वर्तमान में 200 से अधिक हैं होटल
बीड़ बिलिंग घाटी में वर्तमान में 200 से अधिक होटल, होम स्टे और गेस्ट हाउस हैं। साथ ही सैकड़ों टैक्सियां इस व्यवसाय से जुड़ी हैं, जबकि करीब 350 पायलट पर्यटन विभाग के पास पंजीकृत हैं।
स्थानीय व्यवसाय को मिलेगी राहत
उड़ानों के फिर से शुरू होने से घाटी में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी और स्थानीय व्यवसाय को राहत मिलेगी। बीड़ होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सतीश अवरोल ने उम्मीद जताई है कि इस बार सर्दियों का सीजन व्यवसाय के लिहाज से बेहतर रहेगा।
हजारों लोगों की रोजी रोटी का है जरिया
बीड बिलिंग घाटी की एक ख़ास बात यह भी है कि यहां पैराग्लाइडिंग सिर्फ रोमांच नहीं, बल्कि हजारों युवाओं की रोजी-रोटी का जरिया भी है।
यह है टेंडम फ्लाइट की कीमत
एक टेंडम फ्लाइट की कीमत लगभग 1500 से 2000 तक होती है, जिससे पायलटों को सीधा लाभ मिलता है। बीड़ बिलिंग में अब तक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित हो चुकी हैं, जिससे इसकी पहचान वैश्विक स्तर पर बनी है।
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