सामरिक महत्त्व की भानुपल्ली-बैरी-बरमाणा ब्रॉडगेज रेलवे लाइन 31 जुलाई तक बिलासपुर तक 52 किलोमीटर क्लीयर हो जाएगी। अभी 45 किलोमीटर लाइन क्लीयर है और केवल सात गांव ही ऐसे बचे हैं, जहां जमीन अधिग्रहण को लेकर प्रक्रिया चल रही है।
बिलासपुर से आगे बध्यात से लेकर बरमाणा तक 11 किलोमीटर में जमीन अधिग्रहण को लेकर भी प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। जमीन की फोरेस्ट क्लीयरेंस के लिए केस सबमिट किया जा चुका है। सितंबर तक बरमाणा तक 63 किलोमीटर लाइन को क्लीयर करने का लक्ष्य तय किया गया है।
इसके लिए जिला प्रशासन हरस्तर पर प्रयास कर रहा है। उपायुक्त पंकज राय हर माह रेलवे लाइन की प्रगति को लेकर रिव्यू कर रहे हैं और काम को गति प्रदान करने के लिए समय समय पर खुद स्पॉट पर जाकर विजिट कर रिपोर्ट ले रहे हैं। हालांकि 2025 तक बिलासपुर तक रेलवे लाइन पहुंचाने का लक्ष्य तय है, लेकिन इससे पहले ही इस कार्य को पूरा करने की योजना को सिरे चढ़ाने के लिए डीसी पंकज राय खुद फील्ड में डटे हैं।
बता दें कि 45 किलोमीटर तक 210 बीघा जमीन का अधिग्रहण कार्य हो चुका है। इससे आगे बिलासपुर तक लाइन को क्लीयर करने की प्रक्रिया जारी है। जानकारी के अनुसार रेलवे लाइन के लिए 529.13 बीघा जमीन समझौता वार्ता के माध्यम से अर्जन की गई है। 45 किलोमीटर तक की सभी औपचारिकताएं पूरी कर भूमि अधिग्रहण का कार्य पूर्ण होने के साथ ही टाली व कोट-कल्लर टनल का काम शुरू हो चुका है।
रेलवे लाइन का 0 से 20 किलोमीटर में सात टनलों का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 6753.42 करोड़ की लागत से निर्मित की जाने वाली भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेलवे लाईन का 20 किलोमीटर तक का कार्य प्रगति पर है जिसमें 7 टनलों का कार्य पूर्ण हो चुका हैं।
उधर, भू-अर्जन अधिकारी विशाल शर्मा ने बताया कि रेलवे लाईन का कार्य जोर शोरों से चला हुआ है और सात टनल ब्रेक-थ्रू हो चुकी हैं, जबकि पांच ब्रिज का निर्माण कार्य जारी है। बरमाणा तक कुल 20 टनल बनेंगी, जिसमें 17 हिमाचल व तीन पंजाब में शामिल हैं।
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