जून में शुरू हो सकता है भानुपल्ली-बिलासपुर रेललाइन का चौथा चरण

भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन के चौथे चरण का काम जल्द शुरू हो सकता है। वन विभाग ने बध्यात से बरमाणा तक 11.1 किलोमीटर रेल ट्रैक बिछाने के लिए वन भूमि पर पेड़ों की गिनती पूरी कर ली है।

रेललाइन बिछाने के लिए 1,043 पेड़ और बांस के 40 झुंड कटेंगे। नौ गांवों में भूमि का अधिग्रहण भी किया जाएगा। वन विभाग ने दिसंबर 2021 में पेड़ों की गिनती करने के बाद अनुमति के लिए फाइल केंद्र सरकार को भेजी थी। रेल ट्रैक के निर्माण के लिए वन भूमि के चौथे और अंतिम चरण के लिए बोर्ड ऑफ इंडिया की अनुमति जून के दूसरे हफ्ते में मिलने की उम्मीद है।

इसके बाद भानुपल्ली से बरमाणा तक 63.1 किलोमीटर रेललाइन के निर्माण का रास्ता साफ हो जाएगा। रेल विकास निगम के तीन और वन विभाग के चार चरणों में बिछाई जा रही रेललाइन के तीन चरणों का रास्ता पहले ही साफ हो चुका है। निजी भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। अधिकतर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। जो बची है, उसकी प्रक्रिया सामाजिक प्रभाव आकलन के बाद पूरी की जा रही है।
पीएमओ कर रहा है परियोजना की समीक्षा

भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन और उदयपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला दोनों परियोजनाएं राष्ट्रीय प्रोजेक्टों में शामिल हैं। उत्तर रेलवे ने भी इस परियोजना को प्राथमिकता में शामिल किया है। परियोजना की समीक्षा पीएमओ कर रहा है। इस कारण इससे जुड़ी सभी औपचारिकताएं तय समय में पूरी की जा रही हैं।

बग्गड़ से खतेड़ के लिए बनेगी दो किमी टनल 
रेललाइन के अंतिम चरण में बग्गड़ से खतेड़ के लिए दो किलोमीटर लंबी टनल का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना की अंतिम टनल टी-20 होगी। साथ ही 100 मीटर पुल का भी निर्माण होगा। रेलवे बोर्ड के संयुक्त महाप्रबंधक अनमोल नागपाल ने बताया कि भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसके टेंडर जारी होंगे। पुल और टनल के साथ रेललाइन के स्टेशन का निर्माण होगा।

भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेललाइन के लिए चौथे फेज की अनुमति एक माह में मिल जाएगी। फाइल बोर्ड ऑफ इंडिया कार्यालय में है। इसकी समीक्षा पीएमओ से हो रही है। इससे जुड़ी औपचारिकताएं जल्द पूरी की जा रही हैं। – अनिल कुमार, मुख्य अरण्यपाल बिलासपुर

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