हिमाचल में शिक्षा विभाग में शिक्षकों के खाली चल रहे 12 हजार पर भरे जाएंगे। इस समय स्कूलों में सबसे ज्यादा जेबीटी और टीजीटी के पद खाली हैं। दोनों वर्गों में 10 हजार पद खाली है और प्रवक्ताओं के 2 हजार पद खाली चल रहे हैं।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि इस संबंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। वित्त विभाग से मंजूरी लेकर इस मामले को आने वाली कैबिनेट की बैठक में लाया जाएगा।
इस समय प्रदेश में 6 हजार से अधिक पदों पर होने वाली भर्तियां से जुड़े मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। इनमें शिक्षा विभाग के सबसे ज्यादा मामले हैं।
कोर्ट में पैंडिंग मामलों को सुलझाने के लिए अभी तक क्या प्रयास किए गए हैं, इस पर भी विभाग से रिपोर्ट मांगी जा रही है।
26 जनवरी के बाद शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक होगी। इसमें एनटीटी भर्ती सहित सभी भर्तियों पर चर्चा होगी। इसके साथ ही इसमें विभाग के सभी मुद्दों को भी शामिल किया जाएगा।
शिक्षकोंं का जल्द होगा युक्तिकरण
रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के दुर्गम और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में शिक्षकों की काफी कमी है। यहां 25 से 30 फीसदी स्टाफ हमेशा से कम रहता है, ऐसे में इन क्षेत्रों में शिक्षकों की नियुक्तियों को लेकर नियम बनाए जा रहे है।
उनका कहना है कि शिक्षकों की कमी के कारण स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ता है।
शास्त्री का टीजीटी पदनाम भी सुलझेगा
पूर्व सरकार ने शास्त्री व भाषा शिक्षकों को टीजीटी पदनाम दिया था, लेकिन इसकी अधिसूचना जारी नहीं की गई, ऐसे में शिक्षक सरकार से जल्द इसकी अधिसूचना जारी करने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले में शिक्षा मंत्री ने कहा कि जल्द यह मामला सुलझाया जाएगा।