जोगिन्दरनगर: यहाँ के प्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चतुर्भुजा मंदिर में ऋषिपंचमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया. इस उत्सव को नागपंचमी के रूप में भी जाना जाता है. मन्दिर में श्रद्धालुओं की सुबह से ही भीड़ जुटना शुरू हो गई थी. इस अवसर पर सैंकड़ों भक्तों ने मन्दिर में माथा टेका व आशीर्वाद लिया. गौर हो कि घोघर धार में देवताओं और डायनों के बीच जो युद्ध होता है उसका परिणाम माता के किसी भक्त द्वारा हर वर्ष यहाँ ऋषिपंचमी के दिन सुनाया जाता है. इस युद्ध में डायनें आदमियों पर दांव लगाती हैं जिनके नाम भी आज के ही दिन बताये जाते हैं.
नामों की सूची मन्दिर व एसडीएम दफ्तर जोगिंदरनगर में लोगों की सुविधा के लिए लगा दी जाएगी. भक्त ने सुबह खेलना शुरू किया और दोपहर तक दांव में लगे सभी नामों की घोषणा गावों के अनुसार कर दी गई. नामों की सूची मन्दिर व एसडीएम दफ्तर जोगिन्दरनगर में लोगों की सुविधा के लिए लगा दी जाएगी. इस मौके पर भक्तों ने भजन कीर्तन के द्वारा मां की महिमा का गुणगान किया.
इस बार के युद्ध में भी फसल और पानी दांव पर लगा कर देवताओं ने डायनों पर जीत हासिल की. यह भविष्यवाणी गणेश चतुर्थी की रात जागहोम में गुरों ने की तथा दहकते अंगारों पर हैरतअंगेज देव खेल करतब भी दिखाए.
अधिकांश क्षेत्र में देवताओं को मिली जीत, जिससे जानमाल की सुरक्षा व सुख समृद्धि होगी वहीं डायनों की हार फसलों पर भारी पड़ेगी. इस उत्सव के अवसर पर माँ चतर्भुजा माता के भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया.