जीर्णोद्धार के लिए तरसता लक्ष्मी नारायण मंदिर

जोगिन्दरनगर : जोगिन्दरनगर से छह किलोमीटर की दूरी पर बसा है नेर गाँव. इस गाँव में सदियों पुराना भगवान लक्ष्मी नारायण का मंदिर है जो इस गाँव को विशेष पहचान दिलाता है.

किवदन्ती के अनुसार भगवान विष्णु ने यहाँ 300 वर्षों तक तपस्या की तथा यह मंदिर पांडवों द्वारा तैयार किया गया है. इस मंदिर की तरफ लोगों का ध्यान तब गया जब एक उद्योगपति को भगवान विष्णु ने सपने में दर्शन दिए और इस मंदिर के रखरखाव के बारे में बताया.

उस उद्योगपति ने इस मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए हज़ारों रुपए दान में दिए. कहा जाता है कि उस रात को भगवान विष्णु की मूर्ति अपनी वास्तविक जगह से कुछ इंच हिली और मंदिर की घंटियाँ अपने आप बजने लगीं थी.

लेकिन आज यह ऐतिहासिक मंदिर अपने जीर्णोद्धार के लिए तरसता प्रतीत होता है. सरकारी उपेक्षा के शिकार इस मंदिर की छत बरसात में टपकने लगी है तथा तिरपाल लगा कर इस धरोहर को बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

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