सेवानिवृत्त आईबी अधिकारी से साइबर ठगों ने पहले फेसबुक पर दोस्ती कर 20 लाख रुपए ठगे और उसके बाद एक केंद्रीय जांच एंजेसी के नाम पर 80 लाख रुपए की और चपत लगा दी।
शातिरों के झांसे में आकर अधिकारी ने कुल एक करोड़ रुपए गँवा दिए। पीडि़त सेवानिवृत्त आईबी अधिकारी ने पांच दिन पहले ही साइबर क्राइम पुलिस थाना मंडी में मामला दर्ज करवाया है, जिसमें शातिरों ने पहले ऑनलाइन एक सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए सेवानिवृत्त अधिकारी से दोस्ती की।
इसके बाद महंगे विदेशी उपहार के भेजने के नाम पर पीडि़त से कस्टम ड्यूटी देने के चक्कर में 20 लाख रुपए ठग लिए गए।
हालांकि इस दौरान शिकायतकर्ता को ठगी का एहसास भी हो गया और उन्होंने और पैसे भेजने से मना कर दिया। इसके लगभग एक महीने बाद ही शातिरों ने फिर से संपर्क किया और बताया कि वह एक केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारी हैं।
आपसे जो ठगी हुई है, उस मामले में कुछ लोग पकड़े गए हैं। बस यहीं से ही फिर से सेवानिवृत्त अधिकारी जालसाजों की बातों में आ गया और 20 लाख रुपए वापस लेने के चक्कर में 80 लाख रुपए और लुटा दिए।
शिकायतकर्ता ने 100 से अधिक बार ट्रांजेक्शन करते हुए यह पैसे दिए हैं, जिसमें शातिरों के 50 से अधिक खातों में पैसा गया है।
इस पैसे को आगे और खातों में ट्रांसफर कर दिया गया है। यह खाते विभिन्न राज्यों के हैं। साइबर पुलिस अब इस राशि में कुछ राशि को फ्रीज करवाने का प्रयास कर रही है, लेकिन दर्जनों ट्रांजेक्शन व खाते होने साइबर पुलिस के लिए यह मामला काफी पेचिदा हो गया है।