हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार चार दिन का होगा। धर्मशाला के तपोवन में होने वाले सत्र के लिए तारीख तय हो गई है।
विदेश से लौटते ही विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने सत्र के संबंध में सभी अधिकारियों को आवश्यक दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार 18 से 21 दिसंबर तक होगा। इस दौरान कुल चार बैठकें आयोजित की जाएंगी और मौजूदा सरकार का यह सातवां सत्र होगा।
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने शीतकालीन सत्र आयोजित करने को लेकर राज्य सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और इस प्रस्ताव को राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेज दिया गया है।
गौरतलब है कि कुलदीप पठानिया ने विदेश दौरे के दौरान ही यह साफ कर दिया था कि विधानसभा में तीन सत्र आयोजित होना अनिवार्य है और इस स्थिति में शीतकालीन सत्र दिसंबर के तीसरे हफ्ते में होगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने तपोवन सत्र आयोजित होने को लेकर कांगड़ा उपायुक्त से भी सुरक्षा और अन्य प्रबंधों को लेकर चर्चा की थी। पठानिया के स्वदेश लौटते ही सत्र की तारीख की घोषणा होना तय था और उन्होंने बुधवार को इस बारे में ऐलान भी कर दिया है।
हालांकि अभी इस प्रस्ताव पर राज्यपाल की मंजूरी मिलना बाकी है। फिलहाल, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने बताया कि सत्र आयोजित करने को लेकर राज्य सरकार का प्रस्ताव आया था।
अब इस प्रस्ताव को राज्यपाल की संस्तुती के लिए राजभवन को भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि शीतकालीन सत्र को लेकर जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी।
पठानिया ने कहा कि तपोवन में सत्र आयोजन की व्यवस्था के लिए उन्होंने सियोल से ही जिला कांगडा प्रशासन को दिशानिर्देश जारी कर दिए थे। अब समुचित व्यवस्था का जायजा लेने वह स्वयं शीघ्र ही धर्मशाला का दौरा करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस बार सत्र में कुल चार बैठकें होंगी। इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का स्वदेश वापसी पर सचिवालय परिसर पहुंचने पर उपमुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया और विधायक मलेंद्र राजन सहित विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने स्वागत किया।
विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि उनका यह दौरा शिक्षाप्रद, व्यवहारिक और जानकारीपूर्ण था। विधानसभा अध्यक्ष 22 दिन बाद स्वदेश लौटे हैं।