हिमाचल प्रदेश में शिक्षकों के 8388 पद खाली

हिमाचल में शिक्षा का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में शिक्षकों के लगभग 8388 पद खाली चल रहे हैं।

अगर स्कूलों में शिक्षक ही नहीं होंगे, तो शिक्षा की लौ कैसे जलेगी। शिक्षा विभाग में पिछले तीन साल में 6221 शिक्षक सेवानिवृत्त हुए हैं, लेकिन दो साल से शिक्षक प्रधानाचार्य, हेडमास्टर, प्रवक्ता और टीजीटी आदि पदों पर फीडिंग कैडर से प्रोमोशन की राह देख रहे हैं।

राजकीय टीजीटी कला संघ के प्रदेश महासचिव विजय हीर ने बताया कि जनवरी 2022 से फरवरी 2025 के मध्य 1036 प्रधानाचार्य, 130 मुख्याध्यापक, 964 प्रवक्ता, 41 डीपीई, 249 टीजीटी आट्र्स, 57 टीजीटी नॉन मेडिकल, 32 टीजीटी मेडिकल, 231 शास्त्री, 123 भाषा अध्यापक, 1159 जेबीटी शिक्षक, 962 मुख्य शिक्षक, 757 केंद्रीय मुख्य शिक्षक, 164 खंड प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी सहित 157 कला शिक्षक, 136 पीईटी, 16 क्राफ्ट शिक्षक, चार गृह विज्ञान शिक्षक, तीन संगीत शिक्षक सेवानिवृत्त हुए हैं।

प्रवक्ता कैडर में ही 3208 पद रिक्त हैं। इस समय शिक्षकों के 8388 पद रिक्त चल रहे हैं। गत वर्ष से टीजीटी आट्र्स के 342, टीजीटी मेडिकल के 258 और टीजीटी नॉन मेडिकल के 444 पद, जेबीटी के 3395, सीएचटी के 195 और हेड टीचर के 546 पद रिक्त हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार शिक्षकों की 2 वर्ष से लंबित पदोन्नति सूचियां अविलंब जारी करे।

संघ ने कहा कि प्रवक्ता और हेडमास्टर से प्रधानाचार्य पदोन्नति सूची इसी सप्ताह जारी की जाए । इसके बाद टीजीटी से प्रवक्ता की 1600 और टीजीटी से हेडमास्टर के 400 पदों पर प्रोमोशन की जाए।

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