हिमाचल के 6 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट ज़ारी

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में अगले दो दिनों के लिए भारी से बहुत भारी बारिश का रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों में के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, वहीं चंबा, कुल्लू और शिमला जिलों में ऑरेंज अलर्ट रहेगा।

इसके अलावा सोलन, किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिलों में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश की आशंका है। रेड अलर्ट को देखते हुए प्रदेश के नौ जिलों कांगड़ा, मंडी, ऊना, हमीरपुर, शिमला, सोलन, सिरमौर, बिलासपुर और कुल्लू के शिक्षण संस्थानों में सोमवार को छुट्टी कर दी गई है।

इसके अलावा दो सितंबर को मंडी, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा जिलों में एक-दो स्थानों पर रेड अलर्ट रहेगा, जबकि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सिरमौर और शिमला जिलों में कुछ स्थानों पर आरेंज अलर्ट, जबकि किन्नौर और लाहुल-स्पीति जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में तीन से डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है। प्रदेश में बारिश और भू-स्खलन से हालात बिगड़ रहे हैं।

हड़सर से मणिमहेश ट्रैक पर अब भी 400 श्रद्धालु फंसे हुए हैं। चंबा-भरमौर मार्ग पर भू-स्खलन और खराब मौसम के कारण मणिमहेश यात्रियों को वहां से निकालने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

दो दिन में अब तक 3,139 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित रूप से निकाला जा चुका है।

इसके अलावा आपदा हालात को देखते हुए डीसी चंबा ने सभीविभागों पीडब्ल्यूडी, बिजली बोर्ड, जल शक्ति, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, नगर निगम, खाद्य आपूर्ति, स्वास्थ्य, आयुष और राजस्व के कर्मचारियों की रविवार की छुट्टी रद्द कर दी और उन्हें राहत और बचाव कार्यों में तुरंत जुटने के आदेश दिए गए हैं।

उधर, रविवार को आनी और कुल्लू के बीच भू-स्खलन होने से एनएच-305 बाधित हो गया।

इससे आनी क्षेत्र का जिला मुख्यालय कुल्लू से संपर्क कट गया। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर रविवार तड़के एक एंबुलेंस दवाड़ा के पास 30 फुट गहरी खाई में गिरकर पलट गईं।

हादसे में चालक बाल-बाल बच गया। इसके अलावा शिमला के विकासनगर में हुए लैंडस्लाइड में दो गाड़ियाँ पूरी तरह मलबे में दब गईं। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन मंडी के झलोगी के पास बंद हो गया है।

शिमला-किन्नौर एनएच भी निगुलसरी और नाथपा पर अवरुद्ध है। प्रदेश में अब तक तीन एनएच समेत 839 सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिससे आवाजाही के साथ-साथ सेब की ढुलाई भी प्रभावित हुई है।

मंडी में बनाला पावर ग्रिड के ट्रांसमिशन लाइन के दो टावर जमींदोज हो गए हैं। टावर गिरने से तीन घर और एक पशुशाला चपेट में आई है।

ट्रांसमिशन टावर गिरने से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और जम्मू कश्मीर को पावर सप्लाई प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

इसके अलावा बारिश ने नयना देवी मंदिर तक जाने वाले दो प्रमुख मार्गों को प्रभावित किया है। नयना देवी-भाखड़ा-नंगल डैम मार्ग और नैना देवी-स्वारघाट-बिलासपुर मार्ग पर लैंडस्लाइड के कारण यातायात पूरी तरह रुक गया है।

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए आनंदपुर साहिब के रास्ते से मंदिर पहुंच रहे हैं।

उधर, कांगड़ा के बड़ोह में चट्टान से गिरने पर पशु चराने गई एक महिला की मौत हो गई है।

हिमाचल में सामान्य से 72 फीसदी ज्यादा बारिश

शिमला। हिमाचल प्रदेश में इस बार अगस्त माह में 440.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि सामान्य स्तर 256.8 मिली मीटर है। मतलब है कि प्रदेश में इस बार सामान्य से 72 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है।

पांच जिलों कुल्लू, शिमला, सोलन, ऊना और चंबा जिला में दोगुने से ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। कुल्लू में सामान्य से 162 प्रतिशत, शिमला में 126 प्रतिशत, सोलन जिला में 118 प्रतिशत, ऊना जिला में 121 प्रतिशत और चंबा जिला में 104 प्रतिशत सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्र रहे हैं।

सितंबर माह के पहले हफ्ते में भी बारिश से राहत मिलने की संभावना कम ही है।