धर्मशाला — राष्ट्रीय राजमार्ग पठानकोट-मंडी को फोरलेन बनाने की प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है। केंद्र व प्रदेश की टीमों के समन्वय के बाद इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना के लिए पहले चरण में 43 किलोमीटर सड़क पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो रही है। इसके लिए बाकायदा राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियो की तैनाती भी कर दी गई है। कुल 220 किलोमीटर लंबे एनएच की फोरलेन बनने पर लंबाई भी कई किलोमीटर कम होने की उम्मीद है।
सड़क परियोजना पर करीब चार हजार करोड़ रुपए से अधिक का खर्च आएगा। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा प्रदेश में घोषित नए फोरलेन के लिए भूमि अधिग्रहण कार्य गति पकड़ने लगा है। केंद्रीय मंत्री के हिमाचल दौरे के करीब एक महीने बाद ही प्रस्तावित फोरलेन के लिए भूमि अधिग्रहण करने की प्रक्रिया अधिकारियों द्वारा शुरू कर दी गई है।
कुल 220 किलोमीटर लंबे पठानकोट-मंडी फोरलेन के लिए अभी जोगिंद्रनगर के समीप करीब 43 किलोमीटर एरिया चिन्हित किया गया है, जिस पर राजस्व विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी भूमि अधिग्रहण के लिए औपचारिकताओं को अमलीजामा पहना रहे हैं। इस कार्य को पूरा करने के लिए केंद्रीय भूतल एवं सड़क परिवहन मंत्रालय ने बाकायदा एक कमेटी का गठन किया है।
एचएएस अधिकारी की अध्यक्षता में राजस्व विभाग से जुड़े पदाधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया गया है। इसमें पटवारी-कानूनगो से लेकर अन्य अधिकारियों तक को रखा गया है। पठानकोट-मंडी एनएच को फोरलेन बनाने के लिए सांसद शांता कुमार और रामस्वरूप शर्मा ने केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी। गडकरी ने नेताओं को भरोसा दिया था कि जून अंत तक प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
यहां से गुजरेगा फोरलेन
पठानकोट-मंडी फोरलेन मुख्य रूप से जसूर, नूरपुर, कोटला, शाहपुर, गगल, नगरोटा, पालमपुर, बैजनाथ, जोगिंद्रनगर, घटासणी से होकर गुजरेगा। इसके विस्तारीकरण से कांगड़ा,चंबा व मंडी समेत प्रदेश की एक चौथाई आबादी लाभाविन्त होगी।
स्रोत : दिव्य हिमाचल