ज्योतिष विज्ञान भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत

धर्मशाला: हिमाचल में विश्व स्तरीय ज्योतिष अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के प्रयास किए जाएंगे ताकि विश्वभर के विद्वानों को प्रदेश में ज्योतिष विज्ञान के गहन अध्ययन एवं शोध के लिए उच्च स्तरीय सुविधा एवं संसाधन उपलब्ध हो सकें. यह बात शहरी विकास, आवास एवं नगर नियोजन मंत्री सुधीर शर्मा ने धर्मशाला में डॉ. लेखराज शर्मा संचालित शारदा ज्योतिष निकेतन जोगिन्दरनगर के तत्वावधान में आयोजित 2 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष एवं वास्तु महासम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्यातिथि कही.

लेखराज शर्मा

सुधीर शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के शिक्षण संस्थानों में संस्कृत और ज्योतिष विषयों के पठन-पाठन को बढ़ावा दे रही है. ज्योतिष विज्ञान भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है तथा इसके प्रचार-प्रसार से भारत विश्व को ज्ञान का रास्ता दिखा सकता है. उन्होंने कहा कि एक विषय के रूप में ज्योतिष में ज्ञान अर्जन की असीम संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि खगोल शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र के ज्ञान के प्रसार एवं विकास से विश्व को ज्ञान का रास्ता दिखाने में भारतीय ऋषि परम्परा की महान विभूतियों ने अमूल्य योगदान दिया है. उन्होंने कहा कि ज्योतिष जीवन के मार्गदर्शन का विज्ञान है.

इस दौरान जोगिन्दर नगर के प्रसिद्ध ज्योतिषविद डा. लेखराज शर्मा ने मुख्यातिथि तथा वहां आए सभी विद्वानों का स्वागत किया. उन्होंने ज्योतिष विद्या के बारे में विस्तार से अपने विचार व्यक्त किए. इस अवसर पर कांगड़ा के विधायक पवन काजल, समस्त भारत मैगनीज के संपादक नीमा तमांग, संजीव अग्रवाल, अरुण भारती, अशोक भंडारी और भरत भूषण सहित बड़ी संख्या में ज्योतिष के विद्वान उपस्थित थे.

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