शिमला : प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों पर अब सरकार भी सतर्क हो गई है। वीरवार को प्रधान सचिव स्वास्थय की ओर से इस बारे में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि आने वाले समय में कोविड के मामलों में इजाफा न हो, इसके लिए अब पहले से ही सावधानी बरतनी होगी।
इसमें कहा गया है कि लोग भीड़भाड़ वाले एरिया में जाने से बचे और मास्क जरूर पहने। इसके साथ ये भी कहा गया है कि सामाजिक दूरी के सभी नियमों का पालन किया जाना चाहिए, जिसमें हैंड सेनेटाइजर भी जरूरी है। एहतियात के तौर पर कोविड वैक्सीन की डोज लेना जरूरी होगा, वहीं सर्दी-जुकाम जैसे सामान्य लक्षण पाए जाने पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने की भी सलाह दी गई है।
कोविड के बीएफ-7 वेरिएंट की तलाश के लिए रैपिड टेस्ट के बजाय अब आरटीपीसीआर टेस्ट पर ज्यादा फोकस किया जाएगा। आरटीपीआर टेस्ट से वायरस की वैल्यू पता चलती है। जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान इस वैल्यू से ही पता चलता है कि व्यक्ति के अंदर कोरोना वायरस का कौन सा वेरिएंट है।
फिलहाल प्रदेश में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कोई बंदिशें नहीं लगाई जाएंगी, लेकिन प्रदेश के सभी लोगों से यह अपील की गई है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। मॉस्क पहनें, सोशल डिस्टेंसिंग अपनाएं और हैंडहाइजीन का भी ख्याल रखें।
वहीं, लोगों को प्रीकॉशन डोज लगवाना अनिवार्य होगा। लोगों को कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाने की अपील की गई है। सार्वजनिक स्थलों पर एक दूसरे से दूरी बनाते हुए घूमने को कहा गया है। ऑक्सीजन बेड, वेंटिलेटर बेड और मैन पॉवर तैनात करने के निर्देश भी अस्पतालों को दिए गए हैं।
प्रधान सचिव स्वास्थ्य सुभाशीष पांडा ने गुरुवार को बैठक ली थी, जिसमें कहा गया है कि दुनिया के कई देशों में कोरोना एक बार फिर तेजी से फैलने लगा है। अमरीका, जापान, चीन, कोरिया और ब्राजील में कोविड के केस लगातार बढ़ रहे हैं।
इन परिस्थितियों में केंद्र सरकार भी सतर्क हो गई है। केंद्र सरकार ने हिमाचल सहित सभी राज्यों को भी अलर्ट किया है। इसलिए हिमाचल सरकार भी अलर्ट हो गई है।