केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के हिमाचल दौरे से ठीक पहले एनएचएआई ने कीरतपुर-मनाली एनएच को हुए नुकसान का खाका तैयार कर लिया है। एनएचएआई करीब एक दर्जन जगह अब दोबारा से फोरलेन का निर्माण करेगी।
यहां नेशनल हाई-वे तबाह हो चुका है। हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से यातायात बहाल किया गया है, लेकिन भविष्य में एनएचएआई इसे दोबारा से फोरलेन में बदलेगा।
इसके साथ ही एनएचएआई कीरतपुर-मनाली नेशनल हाई-वे को सुरक्षित करने के साथ ही इसे लंबे समय तक बहाल रखने की योजना पर काम करेगी।
इस रिपोर्ट को नितिन गडकरी को सौंपा जाएगा। गौरतलब है कि कीरतपुर-मनाली नेशनल हाई-वे उद्घाटन से पहले ही बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है।
बरसात से पहले तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कीरतपुर-नेरचौक के हिस्से के उद्घाटन की तैयारियां चल रही थी। हालांकि इस हिस्से पर बरसात का ज्यादा असर नहीं है, लेकिन मंडी से मनाली तक एनएच कई जगह पूरी तरह से गायब हो गया है।
यहां एनएचएआई ने वाहनों की आवाजाही के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है। एनएचएआई ने अब बारीकी से उन जगहों का भी निरीक्षण किया है, जहां भारी बारिश से चट्टानें गिरने की आशंका बनी हुई है।
इन जगहों पर एनएचएआई डंगे लगाने का काम करेगा। इसके अलावा जिन जगहों पर नेशनल हाई-वे पूरी तरह से गायब हो चुका है वहां दोबारा से निर्माण किया जाएगा।
बिलासपुर-मंडी-कुल्लू के जगह-जगह भू-स्खलन
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से नेशनल हाई-वे को नुकसान की रिपोर्ट साझा की जाएगी। एनएचएआई ने ज्यादातर जगहों पर वैकल्पिक व्यवस्था कर दी है।
पंडोह से मनाली के बीच में करीब एक दर्जन जगहों पर दोबारा से फोरलेन बनाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर-मंडी-कुल्लू के बीच कई हिस्सों में बारिश की वजह से भू-स्खलन की संभावना बनी हुई है। इसे टालने के प्रयास किए जाएंगे।