जोगिन्दरनगर।। ज़िला परिषद सदस्य व समाजसेवी माकपा नेता कुशाल भारद्वाज ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जोगिन्दरनगर में आयोजित रैली पर जमकर हल्ला बोला है। कुशाल भारद्वाज के अनुसार मुख्यमंत्री के जोगिन्दर नगर दौरे पर उनसे करवाई गई घोषणाएं चुनावी जुमला व झूठ का पुलिंदा हैं।
भारद्वाज के अनुसार सच्चाई यह है कि पिछले पांच साल में जोगिन्दर नगर का विकास कागजों व घोषणाओं में सिमट कर रह गया है। जोगिन्दर नगर में सरकारी खजाने से करोड़ों रूपया खर्च कर मुख्यमंत्री की रैली रखी गई थी वहीं सरकारी स्तर पर सबको रैली में हाजिर होने का फरमान जारी कर सरकारी खर्च पर ही भीड़ जुटाकर चुनावी घोषणाओं का अंबार लगा दिया गया।
भीड़ इक्कठा करने को वर्षों से लम्बित रूटों पर बसें दौड़ाईं
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि जिन रूटों पर कई वर्षों से बसें बंद हैं तथा जिन गांवों को बसें लगवाने की मांग करने के लिए गोलवाँ तक का सफर तय करते-करते लोगों के जुते घिस गये हैं, उन गांवों में भी आज बसें चलाई गई।
झूठी घोषणाएं सुनाने हेतु भीड़ इकट्ठा करने तथा पंडाल, भोजन व चाय-पानी पर जितना पैसा लुटवाया गया, उसका चौथा हिस्सा भी बारिश व भूस्खलन प्रभावित परिवारों को दिया होता तो कई घरों में खुशी लौट आती।
आधे अधूरे कॉलेज का उद्घाटन करवा दिया
भारद्वाज ने कहा कि लडभड़ोल कॉलेज भवन निर्माण का काम 7 साल में भी पूरा नहीं हुआ, लेकिन मुख्यमंत्री से इस आधे अधूरे बने कॉलेज का उद्घाटन करवा दिया। क्या यही विकास है। भारद्वाज ने कहा कि इस कॉलेज को खुलवाने के लिए हमने कई संघर्ष लड़े हैं। लांगणा से पंडोल तक लोगों के हस्ताक्षर करवा कर कई ज्ञापन, धरने व प्रदर्शन किये थे।
कुशाल भारद्वाज ने कहा कि उनके कई सालों के संघर्ष के बाद जा कर यह कॉलेज खुला था, लेकिन भवन निर्माण का कार्य कई वर्ष बीतने पर भी पूरा नहीं हुआ और उद्घाटन पटिका पर नाम लिखवाने के लिए अधूरे भवन न अधूरे बने कैंपस का उद्घाटन करवा दिया गया। उन्होंने व्यंग्य किया कि क्या यही विकास कहलाता है?
महेंद्र सिंह ठाकुर को न बुलाए जाने पर सवाल
भारद्वाज ने पूछा कि 5 साल तक हर फंक्शन में जोगिन्दर नगर आने वाले और लंच व डिनर गोलवाँ में करने वाले जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को इस बार विधायक ने रैली में बुलाया क्यों नहीं। कुशाल भारद्वाज के अनुसार जनता एक चीज समझ गई है कि 5 साल तक मंत्री जी के साथ मिलकर किसने जोगिन्दर नगर का बेड़ा गर्क किया है। इसलिए पापों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश की जा रही है। जोगिन्दर नगर में पानी की जो घटिया क्वालिटि की पाइपें बिछाई गई हैं वे अभी से टूटनी शुरू हो चुकी हैं।
पूछे तीखे सवाल
कुशाल भारद्वाज ने जोगिन्दर नगर की जनता की तरफ से कई सवाल भी किए जिनमें बस अड्डा और वर्कशॉप, आयुर्वेदिक कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, मैडिकल कॉलेज, युवाओं व महिलाओं को रोजगार से सम्बंधित, बनांदर में मशरूम उत्पादन का यूनिट, लडभड़ोल में पुलिस थाना, बंदरों व सूअरों से निज़ात, सिविल अस्पताल जोगिन्दर नगर में सेवाएँ, पेयजल समस्या, जेपीए आदि प्रमुख हैं।
कुशाल भारद्वाज ने साथ ही स्थानीय विधायक से पूछा कि क्या उन्होंने सचमुच में सरकारी खजाने से अपना वेतन, यात्रा भत्ता, भोजन भत्ता, टेलिफोन व स्चेशनरी भत्ता नहीं लिया? साथ ही उन्होंने सवाल किया कि रैली के मद्देनज़र स्कूल, कॉलेज, आटीआई, अकैडमियों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को, कर्मचारियों को, मरीजों को बिना बसों के जो परेशानी उठानी पड़ी उसके जिम्मेवार विधायक, स्थानीय प्रशासन व एचआरटीसी अधिकारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं होनी चाहिए।