हिमाचल के सरकारी स्कूलों में नौवीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए इस साल से शुरू वाले टर्म सिस्टम के कारण विंटर क्लोजिंग स्कूलों के वैकेशन शेड्यूल में बदलाव हो सकता है। वहीं, और भी कई एडजस्टमेंट नई परीक्षा प्रणाली के कारण होनी संभव हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के इस प्रभाव प्रावधान को लागू करते हुए स्कूल शिक्षा बोर्ड में इसी साल से नई परीक्षा प्रणाली को लागू करने का फैसला लिया है।
इसके तहत नौवीं से 12वीं की चार कक्षाओं के आधे सिलेबस की पहली परीक्षा नवंबर में होगी, जबकि शेष बचे आधे सिलेबस की परीक्षा फिर मार्च में होनी है। यदि वर्तमान वेकेशन शेड्यूल के हिसाब से देखा जाए, तो इसमें मार्च से नवंबर तक का समय टर्म वन के लिए है और नवंबर से 31 मार्च तक का समय टर्म-2 के लिए है, लेकिन विंटर क्लोजिंग स्कूलों में जनवरी और फरवरी में विंटर ब्रेक होने के कारण टर्म-टू के लिए कम समय बचेगा।
इस कारण वेकेशन शेड्यूल को ही आगे पीछे करना पड़ेगा। एक संभावना यह भी है कि टर्म टू की परीक्षा को अप्रैल में किया जाए। पिछले साल भी कोविड के दौरान इस परीक्षा को अप्रैल में ही शेड्यूल किया गया था और इसके न हो पाने के बाद बच्चे प्रमोट किए गए थे।
इन चार कक्षाओं में से बोर्ड कक्षाओं के लिए इस बार भी सिलेबस में 30 फीसदी की कटौती मिलेगी, लेकिन मुख्य दिक्कत यह है कि टर्म टू के लिए बच्चों को पढ़ाने के लिए शिक्षकों के पास कम दिन बच रहे हैं।
नौवीं से 12वीं में टर्म सिस्टम के बाद सिलेबस को आधा-आधा करने का काम अब शिक्षा बोर्ड का है। शिक्षा सचिव राजीव शर्मा ने बताया कि बोर्ड ही डिवीजन के बाद इसकी सूचना वेबसाइट पर देगा। जहां तक 30 फीसदी सिलेबस कटौती का सवाल है, तो यह वही कटौती रहेगी, तो पिछले साल दी गई थी।
शिक्षा सचिव ने बताया कि क्योंकि नई परीक्षा प्रणाली इस साल से लागू हो रही है, इसलिए यह संभव है कि छुट्टियों में कुछ एडजस्टमेंट करनी पड़े। इसके लिए समय पर सूचना दी जाएगी।