हिमाचल प्रदेश की पर्यटन सैरगाहें अभी भी पर्यटकों से भरी पड़ी है। चाहे शिमला हो या फिर कुल्लू-मनाली। सभी जगहों पर अभी टूरिस्ट है।

अमूमन माना जाता है कि जब यहां पर बरसात शुरू हो जाती है, तो टूरिस्ट भी नहीं आते परंतु इस बार इससे कुछ उलट लग रहा है।
क्योंकि जम्मू-कश्मीर में टूरिस्ट उस संख्या में नहीं जा रहे हैं। लिहाजा उन्होंने हिमाचल का रुख कर लिया है।
यही वजह है कि अभी भी सैरगाहों में होटल पूरी तरह से पैक हैं और उनके पास एडवांस बुकिंग चल रही है।
यहां के कूल-कूल मौसम का मजा लेने के लिए काफी संख्या में लोग पहुंचे हैं। शिमला की बात करें तो यहां पर टूरिस्ट जाम का बड़ा कारण बन चुके हैं, लेकिन यहां के पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिले हुए हैं।
कुल्लू-मनाली-धर्मशाला में मेला
प्रदेश में वीकेंड पर भारी संख्या में सैलानी पहुंचे है। रविवार को भी पहाड़ों पर सैलानियों की भारी तादाद रिकार्ड की गई है।
छुट्टी का दिन होने के बावजूद भी पर्यटन स्थलों पर जगह-जगह पर जाम की स्थिति देखी गई। प्रदेश के शिमला, कुल्लू-मनाली, धर्मशाला, सोलन व डलहौजी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
यहां पर बीते दो सप्ताह से सैलानियों की भारी आमद रिकार्ड की जा रही है। पहाड़ों पर मानसून की एंट्री के बाद मौसम खुशनुमा बना हुआ है।
शिमला के अलावा कुफरी, नारकंडा, किन्नौर, कुल्लू-मनाली और धर्मशाला में भी काफी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं।