हिमाचल में बेशक जल प्रलय के निशान मिटने में वक्त लगेगा, लेकिन बंद सडक़ें खुल रही हैं। बाजारों में रौनक दिख रही है और बंद पड़ा पर्यटन कारोबार भी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है।
शिमला, कुल्लू मनाली सहित मकलोडगंज, डलहौजी आदि क्षेत्रों में पर्यटकों की आमद बढ़ रही है। इस वीकेंड पर शिमला के होटलों में ऑक्यूपेंसी भी बढ़ी है।
अब होटल कारोबारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में काफी संख्या में पर्यटक शिमला घूमने आएंगे। होटल कारोबारियों का कहना है कि अब बाहरी राज्यों से पर्यटकों के फोन एडवांस बुकिंग को आने लगे हैं।
हालांकि अभी कम संख्या में ही एडवांस बुकिंग फाइनल हो पा रही है, लेकिन बारिश से राहत मिली तो आगामी दिनों में जल्द पर्यटन कारोबार गति पकडऩे लगेगा। शिमला व आसपास के पर्यटन स्थलों में धूप खिल रही है, वहीं सडक़ मार्ग भी बहाल हो रहे हैं।
इसके अलावा जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट से दिल्ली और धर्मशाला में नियमित उड़ाने भी शुरू हो गई है। इसके बाद दिल्ली से सीधा हवाई यात्रा के माध्यम से भी पर्यटक शिमला पहुंच सकते हैं, वहीं अब कालका शिमला एनएच भी खुल गया है।
होटल कारोबारियों का कहना है कि इस वीकेंड पर शिमला के होटलों में 15 फीसद तक ऑक्यूपेंसी बढ़ी है।
कम संख्या में ही सही, लेकिन शिमला में अब पर्यटक आने शुरू हो गए हैं। इससे स्थानीय होटल संचालकों, दुकानदारों में उम्मीद जगी है कि आने वाले दिनों में पर्यटन कारोबार बढ़ सकता है।
बीते वर्षों की बात करें तो मॉनसून सीजन में राजधानी के होटलों में 40 से 50 फीसदी तक ऑक्यूपेंसी रहती है, लेकिन इस बार बारिश व भू-स्खलन के चलते कारोबार में कमी आई है।
हालांकि इस बार समर सीजन में काफी संख्या में पर्यटक हिमाचल पहुंचे थे। शिमला होटल एडं स्टेक होल्डर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिस कुकरेजा ने का कहना है कि मौसम साफ होने के बाद पर्यटकों के फोन आने लगे हैं। इसमें से कुछ पर्यटक आगामी दिनों के लिए एडवांस बुकिंग भी कर रहे हैं।